अनिल उपाध्याय/सीतापुर…नेशनल हाईवे क्र-43 में गुतुरमा नाला के उपर बने पुल पर हादसा थमने का नाम नही ले रहा हैं। यहाँ सिलसिलेवार होने वाली दुर्घटना के बाद भी ठेकेदार एवं अधिकारी चुप्पी साधे बैठे हैं। पुलिया के ऊपर जिस वजह से आये दिन हादसे हो रहे हैं। उसे दूर करने की जगह ठेकेदार एवं अधिकारी तमाशबीन बने लोगो के मरने का इंतजार कर रहे हैं। विभागीय अधिकारी एवं ठेकेदार की लापरवाही का खामियाजा आज फिर एक दंपति को भुगतना पड़ा। बाइक पर सवार होकर ससुराल जाने निकले दंपति पुलिया पर हादसे का शिकार बन अस्पताल पहुँच गए। पुलिया पर सिलसिलेवार होने वाली दुर्घटना से लोगो मे काफी आक्रोश हैं। अधिकारियों को मौखिक तौर पर कहने के बाद भी कोई पहल नही होता देख लोग चक्काजाम करने को मजबूर हैं।इस संबंध ने लोगो का कहना हैं कि, लोगों की जान बचाने का अब यही एक विकल्प हैं। इससे शायद कुंभकर्णी नींद में सोए ठेकेदार एवं अधिकारियों की आँखे खुल जाए। ताकि वो पुलिया पर होने वाली दुर्घटना की वजह को दूर कर सके।
विदित हो कि, नेशनल हाईवे क्र-43 में बेलगाँव एवं गुतुरमा नाले के ऊपर बनी पुलिया जानलेवा हो गई हैं। सड़क और पुलिया के बीच सतह ऊपर नीचे होने से वहाँ एक गहरा फासला बन गया हैं। जिसकी चपेट में आकर आए दिन यहाँ बाइक सवार दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं। दरअसल, बाइक सवार सड़क अच्छी होने के कारण तेज रफ्तार से आते हैं। पुलिया के ऊपर से गुजरने के दौरान उनकी बाइक उस गड्ढे की चपेट में आ जाती हैं। जिससे उनका संतुलन बिगड़ जाता हैं और वो हादसे का शिकार बन जाते हैं। दो दिन पहले यहाँ हुई दुर्घटना से लोग अभी उबर भी नही पाए थे कि एक बाइक सवार दंपति फिर हादसे का शिकार हो गए। पत्थलगांव निवासी एजाज खान सपत्नीक बाइक पर सवार होकर ससुराल जा रहे थे। तभी गुतुरमा नाले की पुलिया के ऊपर उनकी बाइक गड्ढे की चपेट में आकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई।
इस दुर्घटना में घायल दोनों पति-पत्नी ससुराल के बजाए अस्पताल पहुँच गए। इसके अलावा भी यहाँ अब तक दर्जनों बाइक सवार पुलिया पर निर्मित गड्ढे की चपेट में आकर हादसे का शिकार बन चुके हैं। बेलगाँव एवं गुतुरमा नाले पर बनी पुलिया के ऊपर सिलसिलेवार हो रही दुर्घटना के बाद भी प्रशासन मौन हैं। इसके अलावा विभागीय अधिकारी एवं ठेकेदार भी पूरी तरह लापरवाह बने बैठे हैं। पुलिया के ऊपर होने वाली दुर्घटना पर रोकथाम के उपाय करने के बजाए तमाशबीन बनकर लोगो के मरने का इंतजार कर रहे हैं। संबंधित अधिकारी एवं ठेकेदार द्वारा बरती जा रही लापरवाही से लोगो मे आक्रोश बढ़ता जा रहा हैं। लोगों द्वारा मौखिक तौर पर जानकारी देने के बाद भी कोई उचित फल नही होता देख लोग चक्काजाम की तैयारी में हैं।
लोगों का कहना हैं कि, ठेकेदार एवं अधिकारियों को लोगो के जान की तनिक भी परवाह नहीं हैं। दुर्घटना में लोग मरे या जिए इससे उनको कोई मतलब नही हैं। तभी तो लगातार दुर्घटना के कारण जानमाल का नुकसान होने के बाद भी एक दिन अधिकारी सुध लेने यहाँ नही आए। जिससे ये साबित होता हैं कि, शासन प्रशासन के अधिकारी पूरी तरह संवेदनहीन हो गए हैं। इस संबंध में लोगो ने समय रहते पुलिया पर व्याप्त तकनीकी खामी को दूर कराने की मांग की हैं। ताकि वहाँ होने वाली दुर्घटना को रोका जा सके।