जांजगीर चांपा। नगर पालिका परिषद जांजगीर नैला द्वारा डी एम एफ की राशि 01 करोड़ 31 लाख की लागत से बी टी आई चौक से लेकर कचहरी चौक तक रोड चौड़ीकरण का कार्य प्रारंभ हुआ है जिसमे कार्य शुरू से ही भ्रष्टाचार हो रहा है, नगर पालिका जांजगीर नैला के सब इंजीनियर शिवा बर्मन के देखरेख में हो रहा है, परंतु कार्य के दौरान वहा पर सब इंजीनियर उपस्थित नहीं थे! नगर पालिका परिषद जांजगीर के उपाध्यक्ष आशुतोष गोस्वामी, एवम नेताप्रतिपक्ष हितेश यादव युवा मोर्चा के अध्यक्ष दिनेश राठौर महामंत्री सोनू यादव सहित नगर पालिका के पूर्व पार्षद अजीत गढवाल एवम आम जनता की उपस्थिति में सोमवार को सुबह 12.00 बजे हो रहे निर्माण कार्य का निरीक्षण करने पहुंचे! अपनी शिकायत में बताया गया कि जहां पर उक्त कार्य के ठेकेदार द्वारा कार्य कराया जा रहा था, कार्य के संबंधित इंजीनियर शिवा बर्मन को हमने कार्य स्थल से फोन किया वो फोन रिसीव नहीं किए, फोन बंद कर दिए, फिर हमने नगर पालिका सीएमओ को फोन किया की आपके इंजीनियर यहां उपस्थित नहीं है और कार्य गुणवत्ताहीन बिना मानक के किया जा रहा है, फिर सीएमओ के द्वारा उसके अन्य नंबर पर फोन करने पर सब इंजीनियर शिवा बर्मन कार्य स्थल पर आए, हमारी सब की उपस्थिति में सड़क निर्माण के लिये खोदे गये गड्डो को नाप किया गया स्टीमेट हिसाब से गड्डे को डेढ़ फिट होना था जो कही नहीं है एवं उस जगह का बेस कार्य का निरीक्षण किया गया जो 6″ का होना था वो 4″ निकला, उसके बाद मौका स्थिति में हो रहे गुणवत्ताहीन कार्य के बारे में उपस्थित जनप्रतिनिधि के सामने इंजीनियर भड़क उठे बोले कार्य सही हो रहा है, उपस्थित जनप्रतिनिधि ने भी कार्य पर सवाल उठाए उनके सामने ही 3 जगह हुए बेस कार्य को टेप से नापे गए, जहा पर 6″ नही होना पाया गया, डी एम एफ की राशि का दुरुपयोग और भ्रष्टाचार ठेकेदार से मिलकर किया जा रहा है जिसमे अंदर तक सब मिले हुए है, शुरू से ही इस कार्य की टेंडर प्रक्रिया में नगर पालिका द्वारा कूटनीति से अपने चहेते ठेकेदार को कार्य दिया गया, उसके बाद अब भ्रष्टाचार हो गया है, क्योंकि डी एम एफ की राशि से कार्य हो रहा है, जो टेंडर सेटिंग से हुआ है, और कार्य एबब में हो रहा है नगर पालिका परिषद जांजगीर नैला के अध्यक्ष, सीएमओ सहित इंजीनियर सब के सब ठेकेदार से मिले हुए है, लाखों का बंदरबांट इस कार्य में होने वाला है, और इस कार्य में C B R (मिटी् मुरूम) का कार्य नही किया गया है और जो रोड रोलर मशीन का उपयोग हो रहा उसमें वाईब्रेटर नहीं है स्टीमेट में प्रवधान है!
स्टीमेट के अधार पर मटेरियल की ग्रेडिंग लैब से चेक करा कर ही सही मानक पाये जाने के बाद ही ऊपर मे टॉप को ढालने की प्रकि्या किया जाये ! शिकायकर्ताओ की मांग है कि में उचित जांच हो।