अनिल उपाध्याय/सीतापुर…काँग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की संसद सदस्यता भंग करने के विरोध में कॉंग्रेसियो ने केंद्र सरकार के विरोध में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया। धरना प्रदर्शन में शामिल हुए क्षेत्रीय विधायक एवं खाद्यमंत्री अमरजीत भगत ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि, केंद्र की मोदी सरकार लोकतंत्र का गला घोंट रही हैं। देश संविधान से चलता हैं, और लोकतंत्र में संविधान का पूरे मर्यादा के साथ पालन होना चाहिए। खाद्यमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र में सभी को बोलने का एवं अपनी बात बेबाकी से रखने का अधिकार हैं। इसी अधिकार के तहत् हमारे नेता एवं सांसद राहुल गांधी ने संसद में अपनी बात रखी थी आवाज उठाई थी। जो मोदी सरकार को बर्दाश्त नहीं हुआ हुआ और उन्होंने अधिकारों का दुरुपयोग करते हुए राहुल गांधी की सदस्यता समाप्त करा दी।
केंद्र सरकार का यह तानाशाही रवैया बिल्कुल असंवैधानिक हैं। जिसका पूरा देश विरोध कर रहा हैं। उन्होंने कहा कि, पक्ष-विपक्ष के नेता प्रजातांत्रिक व्यवस्था के तहत जनता द्वारा चुनकर भेजे जाते हैं। जो जनता की आवाज बनकर सरकार को सही दिशा दिखाते हैं, और गलत नीतियों का विरोध करते हैं। मौजूदा दौर में केंद्र सरकार जनता के पैसों का अस्सी फीसदी हिस्सा अपने चहेतों पर लुटा रही है और बीस फीसदी हिस्सा से देश चला रही हैं।
केंद्र सरकार के इसी गलत नीतियों का विरोध हमारे नेता राहुल गांधी ने किया और इसके विरुद्ध उन्होंने आवाज उठाई। जिसके बदले मोदी सरकार ने गलत नीतियों में सुधार करने के बजाए लोकसभा से उनको सदस्यता ही भंग करा दी। लोकतांत्रिक व्यवस्था में जनता द्वारा चुने गए जनप्रतिनिधि का गला घोंटने का काम केंद्र की मोदी सरकार ही कर सकती हैं। मोदी सरकार लोकतंत्र की हत्या कर तानाशाही रवैया अपनाना चाहती हैं। ताकि, कोई केंद्र सरकार की गलत नीतियों का विरोध न कर सकें।