Raigarh News: छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में दो वन मंडल रायगढ़ व धरमजयगढ़ है। धरमजयगढ़ मंडल में लगभग साल भर हाथी विचरण करते हैं। अब हाथी रायगढ़ वन मंडल क्षेत्र में भी विचरण करने लगे हैंं। यहां के जुनवानी सर्किल के जंगल में हाथियों के झुंड आने से लोग सहमे हुए हैं।
घरघोड़ा व धरमजयगढ़ के बीच स्थित कुडुमकेला, बेलपाली में बीते दो दिनों से एक हाथी का दहशत है। इसके कारण शाम ढलते ही गांव में सन्नााटा पसर जाता है। इसको लेकर वन विभाग की टीम ने आसपास के आधा दर्जन से ज्यादा गांव के लोगों को अलर्ट किया है। जंगली हाथी को खदेडने के प्रयास किये जा रहे है। कुडुमकेला, बेलपाली में अचानक हाथी के आने से लोगों में दहशत का माहौल है। लोग डरकर घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं।
वन विभाग ने स्थानीय लोगों की सूचना पर इस दल से भटके हाथी की हर गतिविधि पर नजर रखने के लिए टीम बना दी है लेकिन जंगली हाथी इस इलाके से बाहर नही जा रहा है। इसी के चलते वन विभाग की चिंता इस बात को लेकर है कि कहीं दल से भटका यह जंगली हाथी उत्पात मचाने के साथ-साथ जन हानि न कर दे। फिलहाल कुडमकेला, बेलपाली से लगे आधा दर्जन गांव के लोग शाम ढलते ही घरों में दुबक जाते हैं, वहीं वन विभाग भी इस जंगली हाथी को खदेड़ने के लिये प्रयास कर रहा है पर अभी उसे सफलता नहीं मिली है।
हाथी के झुंड मेंं मिलने तक परेशानी
धरमजयगढ़ वन मंडल में लगातार हाथियों की मौत का आंकड़ा बढ़ रहा है। दूसरी ओर आर्थिक नुकसान से ग्रामीण जन भयभीत है। अब झुंड से अलग हाथ्ाी वन विभाग के लिए नई परेशानी का सबब है। जिस क्षेत्र यह हाथी विचरण कर रहा है उस क्षेत्र में पखवाड़े भर पहले ही एक हाथी का बच्चा मृत पाया गया था। ऐसे में हाथी के आक्रमक होने की आशंका है।
विभाग की कवायद हो रही है नाकाम
विभाग का काम केवल मुनादी तक सिमट कर रह गया है। हाथी व अन्य वन्य जीव के संरक्षण में किए जा रहे तमाम तरह की कोशिश केवल कागज़ तक सिमटी है। गाहे बगाहे वनकर्मी के बिट में नही रहने का आरोप भी लगता हैं, इसकी पुष्टि भी कई घटनाओं से हो चुकी है। यही वजह है कि विभाग द्वारा किए जा रहे संरक्षण के तमाम कवायद नाकाम हो चुकी है। एक तरह से मानो शासन के राशि का केवल दुरुपयोग हो रहा है ।