Kanker News: छत्तीसगढ़ में एक और जिला बनाने की मांग उठ रही है. कांकेर जिले में भानुप्रतापपुर विधानसभा सीट के लिए दिसंबर में उपचुनाव होना है. ऐसे में अब भानुप्रतापपुर को एक बार फिर से नया जिला गठन करने का मुद्दा गरमाने लगा है. बता दें कि, भानुप्रतापपुर को नया जिला बनाने की मांग काफी लंबे समय से चल रही है लेकिन अब तक नए जिले का मामला ठंडे बस्ते में है. नगर से लेकर गांव-गांव के लोग मांग कर रहे हैं कि भानुप्रतापपुर जिला बने.
अंचल के ग्रामीणों का कहना है कि विकास के लिए भानुप्रतापपुर को नया जिला बनाना बेहद जरूरी है, क्योंकि भौगोलिक दृष्टि से भानुप्रतापपुर बहुत अच्छा स्थान है. प्रशासनिक विकेंद्रीकरण छत्तीसगढ़ सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल है. इसका उद्देश्य आम आदमी की शासन-प्रशासन तक पहुंच को आसान बनाना है. प्रशासनिक विकेंद्रीकरण से लोगों के समय, श्रम और धन की बचत होगी. जिला बनने से प्रशासनिक कामकाज में कसावट आएगी और लोगों के शासकीय काम काज सहजता से होंगे.
गौरतलब है कि नया जिला गठन नहीं होने से जनता को परेशानी झेलनी पड़ रही है. लोग अपने कार्यों के लिए जिला मुख्यालय तक 100 से 150 किलोमीटर का सफर तय करने को मजबूर हैं. शिवसेना नेता चंद्रमौली मिश्रा ने कहा कई वर्षों से लगातार जिला बनाने की आवाज उठा रही है। हर मंच तक अपनी बात पहुंचाने का प्रयास किया. जनता भी चाहती है कि जिला बने. लेकिन अफसोस यह कि तत्कालीन भाजपा की सरकार और ना ही कांग्रेसी सरकार ध्यान दे रही है. जब तक जिला नहीं बनेगा तब तक हमारा संघर्ष जारी रहेगा.
मोगर सरपंच ज्ञानसिंह गौर, पूर्व सरपंच एवं आदिवासी समाज के युवा प्रभाग के अध्यक्ष विष्णु कचलम, सचिन दुबे पूर्व मंडल अध्यक्ष युवा मोर्चा ने कहा कि छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार भानुप्रतापपुर को जल्द जिला घोषणा करे. ताकि सुदूर अंचल के लोगों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने और उन्हें शासकीय योजनाओं का लाभ पहुंचाने में आसानी होगी. नए जिले के गठन से विकास की नई श्रृंखला शुरू होगी. नए जिले के गठन से अंचल में स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क जैसी बुनियादी सुविधाएं और बेहतर होगी.