बलरामपुर..(कृष्णमोहन कुमार)..राज्य सरकार प्रदेश के तमाम सरकारी प्राथमिक शालाओं में मिड डे मील स्कीम चला रही है..ताकि स्कूली बच्चों को दोपहर का खाना स्कूल में ही उपलब्ध हो सके..और सरकार की सोंच भी अच्छी है..लेकिन सरकार की इस स्कीम पर तब प्रश्न खड़े हो उठते है..जब खुद सरकारी अमला उस पर अमल नही करता..सरकारी नुमाइंदे महज खानापूर्ति कर अपनी जिम्मेदारियों से इति श्री कर लेते है!..
दरअसल बलरामपुर जिले का ब्लाक है रामचन्द्रपुर और रामचन्द्रपुर ब्लाक के ग्राम भवानीपुर प्रायमरी स्कूल में दो दिनों से स्कूली बच्चों को मिड डे मील का एक निवाला भी नसीब नही हुआ है..जिसके पीछे की वजह है..उस स्कूल में कार्यरत रसोईये के बीमार होने से..अब भला 5 से 10 वर्ष के आयु वर्ग के स्कूली बच्चे भूखे कैसे रहे सो बच्चे दो दिनों से घर से खाना खाकर आने पर मजबूर है..
इधर स्कूल के जिम्मेदार हेडमास्टर मिड डे मील के दो दिन से बंद होने के बाद अब अपने उच्चाधिकारियों से चर्चा करने का हवाला देते हुए कहते है..की उनके पास संसाधनों का अभाव है..लेकिन हेडमास्टर के पास तमाम वैकल्पिक रास्ते है..जिसका खुलासा खुद डीईओ के.एल. महिलांगे कर रहे है..डीईओ का कहना है कि हेडमास्टर मिड डे मील का संचालन करने वाले समूह की महिलाओं से चर्चा कर मिड डे मील की सुविधा को निरन्तर जारी रख सकते थे..
वही डीईओ के.एल.महिलांगे ने मामले की जानकारी मिलने के बाद खण्ड शिक्षा अधिकारी से जांच कराने के बाद कार्यवाही की बात कही है!..