मुंबई. उद्योगपति और टाटा संस के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री की मौते के मामले में मर्सिडीज कंपनी ने गुरुवार को अपनी जांच रिपोर्ट पुलिस को सौंप दी है. कंपनी की तरफ से दी गई रिपोर्ट में बताया गया है कि जिस कार में साइरस मिस्त्री बैठे थे, वो हादसे से ठीक पांच सेकंड पहले तक 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही थी. वहीं आरटीओ ने भी अपनी प्राथमिक रिपोर्ट पुलिस को सौंप दी है.
बता दें कि साइरस मिस्त्री के साथ कार में तीन अन्य लोग बैठे थे. मर्सिडीज कंपनी ने कहा कि दुर्घटना होने से पांच सेकंड पहले कार की स्पीड 100 किलोमीटर प्रति घंटा थी. अनाहिता पंडोले की तरफ से ब्रेक लगाने के बाद कार की रफ्तार 89 किलोमीटर प्रति घंटा हो गई थी. तब तक कार डिवाइडर से टकरा चुकी थी.
घटना के मामले में और अधिक जानकारी जुटाने के लिए मर्सिडीज कंपनी कार को 12 सितंबर को अपने शोरूम ले जाएगी. हांगकांग से एक टीम कार का निरीक्षण करने आएगी और उसके बाद विस्तृत रिपोर्ट सौंपेगी. इसके अलावा आरटीओ ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि जब हादसा हुआ तो गाड़ी के कुल चार एयरबैग खुले थे. चारों एयरबैग कुल फ्रंट सीट पर पैसेंजर के लिए थी.
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक हादसे के दौरान जो एयरबैग खुले उनमें ड्राइवर के सिर के सामने, ड्राइवर के घुटनों और ड्राइवर के सिर के ऊपर एक एयरबैग खुला था. वहीं ड्राइवर की बगल वाली सीट का एयरबैग भी खुला था. बता दें कि साइरस मिस्त्री (54) और पंडोले दो अन्य व्यक्तियों के साथ बीते रविवार की दोपहर को गुजरात से मुंबई की ओर जा रहे थे जब महाराष्ट्र के पालघर जिले में सूर्या नदी के ऊपर बने पुल पर उनकी कार एक डिवाइडर से जा टकराई.
इस हादसे में कार में पीछे बैठे मिस्त्री और जहांगीर की मौत हो गई. स्त्री रोग विशेषज्ञ अनाहिता पंडोले (55) कार चला रही थीं और उनके पति डेरियस पंडोले (60) भी आगे बैठे थे और उन्हें चोट आई है. इन दोनों का मुंबई के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है. वहीं हादसे में घायल डेरियस पंडोले की बांह की हड्डी को जोड़ने के लिए बृहस्पतिवार को यहां एक अस्पताल में ऑपरेशन किया गया. अस्पताल के सूत्रों ने यह जानकारी दी.