बिलासपुर। छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस के नाम पर ठगी की कोशिश करने के मामले में बिलासपुर पुलिस ने दो युवकों को गिरफ्तार किया है। आरोपी चीफ जस्टिस की फोटो वाट्सएप प्रोफाइल में लगाकर ठगी करने की कोशिश में थे। बिलासपुर पुलिस ने दोनों ठगों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों को बिलासपुर पुलिस ने मिजोरम के आइजोल में गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपी चकरभाठा पुलिस हिरासत में है।
छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के प्रोटोकाल अधिकारी संजीव सिन्हा ने थाना चकरभाठा में मामले की शिकायत की थी। जिसमें कहा गया था कि दो अज्ञात आरोपियों द्वारा मुख्य न्यायाधीश की फोटो व्हाट्सएप प्रोफाइल में लगाकर फर्जी मैसेज भेजकर ठगी करने की कोशिश के बारे में जानकारी मिली है। शिकायत के बाद बिलासपुर की चकरभाठा पुलिस ने केस दर्जकर जांच शुरू कर दी। सायबर ठगों ने छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस अरूप कुमार गोस्वामी के नाम पर 20 जुलाई को फर्जी मैसेज भेज कर ठगी करने करने की कोशिश की थी। वाट्सएप पर आए मैसेज के फर्जी होने की पुष्टि होने पर पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू की।
वॉट्सएप मैसेंजर मोबाइल नंबर 6033151630 के धारक ने अम्बिकापुर के जिला न्यायालय के जिला एवं सत्र न्यायाधीश राकेश बिहारी घोरे के व्हाट्सएप नंबर पर मैसेज किया। फोन बिजी होने पर अमेजान गिफ्ट कार्ड अरेंज करने टेक्स्ट मैसेज किया था। नंबर और वाट्सएप मैसेंजर को बिलासपुर साइबर यूनिट ने मोबाइल सर्विस गूगल के नोडल और वाट्सएप कंपनी से जानकारी ली। जिसमें सिम नंबर 8837348541, 9612722801, 6033151630, 9366836743 जिनका आईएमइआई नंबर 868348053978957, 868348053978965 और 867381045890437, 867381045890445 के बारे में पता चला।
शिकायत के बाद बिलासपुर पुलिस ने ठगी के लिए उपयोग किये गए सभी मोबाइल नंबर को सर्विलांस में डाल दिया। जिसका लोकेशन मिजोरम का आइजोल शो कर रहा था। चूंकि मिजोरम हिंदी अंग्रेजी बोली बोले जाने वाली राज्य नही होने के कारण आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए भेजी गई टीम पहले आइजोल में लोकल मुखबिर तैयार किया और आरोपियों की पतासाजी में लग गई। लगातार 4 दिन की रेकी के बाद सटीक लोकेशन मिलने पर टीम घटनास्थल पर पहुंची। घटना में प्रयुक्त दोनों मोबाइल व चारों सिम लाल हमिंग सांगा और जोथान मोविया के पास से जब्त किया गया।