पुत्री को फांसी पर झूलते पिता ने बचाया

अम्बिकापुर

काफी दिनों से परेषान कक्षा 10वीं की छात्रा ने आज सुबह घर के पास जंगल में पेड़ पर फांसी लगा ली। समय पर पिता ने आकर उसे फांसी से उतार लिया। छात्रा की  जान तो बच गई। परंतु वह अभी भी गंभीर स्थिति में है। उसे जिला अस्पताल लाकर भर्ती किया गया है।
जानकारी के अनुसार बलरामपुर जिला के पस्ता थाना अंतर्गत ग्राम उलिया निवासी चंद्रिका यादव की 16 वर्षीय अंजू जो कक्षा 10वीं में पढ़ाई करती है। विगत कुछ दिनों से वह किसी बात को लेकर परेषान व घबराई हुई रहती थी। परिजनों ने कई बार उससे उसकी परेषानियों के बारे में पूछताछ किया लेकिन उसने किसी कारणवंष परिजनों को अपनी परेषानियों के बारे में कुछ नहीं बतायी। परिजनों के अनुसार अंजू पहले कई बार कुएं में डूबने की कोषिष कर चुकी है। आज सुबह वह घर से जल्दी उठकर पास के जंगल की ओर चली गई। पिता ने जब उसे जंगल की ओर जाते देखा तो उसे शंका हुई। जंगल पहुंचकर छात्रा ने एक पेड़ पर अपने पास रखे साल को फंदा बनाकर फांसी लगा ली। समय पर पिता ने उसे देख लिया और फंदा से निकालकर तत्काल उपचार के लिए स्थानीय स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया जहां चिकित्सकों ने उसकी गंभीर हालत को देखते हुये जिला चिकित्सालय ले जाने की सलाह दी। जहां छात्रा की उपचार जारी है।