रायपुर..आज विश्व आदिवासी है..और आदिवासी बाहुल्य छत्तीसगढ़ में भाजपा ने आदिवासी प्रदेशाध्यक्ष को बदल दिया है..छत्तीसगढ़ में भाजपा की कमान अब ओबीसी वर्ग को सौंपी गई है..ऐसे में अब छत्तीसगढ़ का बिलासपुर एक ऐसा संभाग हो गया है..जहाँ से प्रदेश अध्यक्ष भी है और नेता प्रतिपक्ष..वही अब संभावना है कि भाजपा नेता प्रतिपक्ष बदल दे!..सूत्रों के हवाले से मिल रही खबरों के मुताबिक भाजपा के प्रदेश प्रभारी अनिल जामवाल से इस सम्बंध में पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने सलाह मशवरा की है!..
दरअसल आज भाजपा ने बिलासपुर संसदीय सीट से सांसद अरुण साव को प्रदेश अध्यक्ष बनाया है..सांसद अरुण साव बिलासपुर संभाग से आते है..और छत्तीसगढ़ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक भी बिलासपुर संभाग से है..ऐसे में अब भाजपा का केंद्र बिंदु के रूप में बिलासपुर संभाग विस्थापित हो चुका है..
पहले कभी बिलासपुर संभाग से प्रदेश में एक नही बल्कि दो मंत्री जरूर हुआ करते थे..लेकिन कांग्रेस की प्रदेश में सत्ता में आने के बाद स्थितियां बदली..प्रदेश सरकार के मंत्रिमंडल में बिलासपुर का कद जरूर घटा..और अब भूपेश मंत्रिमंडल में बिलासपुर संभाग से एक भी सत्ता पक्ष का विधायक मंत्री नही है..
सूत्रों की माने तो भाजपा छत्तीसगढ़ में नेता प्रतिपक्ष का चेहरा बदलने पर विचार कर रही है..और सांभावनाये है कि भाजपा वरिष्ठ विधायक व पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह, पूर्व कैबिनेट मंत्री बृजमोहन अग्रवाल को नेता प्रतिपक्ष बनाने पर विचार कर रही है.
बहरहाल छत्तीसगढ़ में 2023 में विधानसभा चुनाव होने है..जिसको लेकर छत्तीसगढ़ की दो प्रमुख राजनैतिक दल कांग्रेस और भाजपा ने अपनी कमर कस ली है..प्रदेश में इन दिनों धरना-प्रदर्शन का दौर भी जारी है..राजनैतिक दलों के संगठनों में लगातार एक के बाद एक प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए जा रहे है..बूथ लेवल पर कार्यकर्ताओं को तैयार किया जा रहा है …जिससे मिशन 2023 की राह आसान हो सके..ऐसे में राजनैतिक पार्टियां प्रयोग करने से भी परहेज नही कर रही है..और उसी का परिणाम है कि आज भाजपा ने अपना प्रदेश अध्यक्ष बदल दिया है..तमाम अटकलों और संभावनाओ का दौर जारी है!..