अम्बिकापुर। सरगुजा कलेक्टर कुंदन कुमार की एक बार फिर संवेदनशीलता देखने को मिली है। उन्होंने 6वीं में पढ़ रही छात्रा दामिनी को ना सिर्फ पुस्तके दिलाई, बल्कि उसका इलाज भी कराया। स्कूल के पास प्री मैट्रिक कन्या छात्रावास में दाखिला भी करा दिया। अब दामिनी को स्कूल जाने के लिए 15 किलोमीटर का रास्ता तय नहीं करना पड़ेगा। जिस पर दामिनी ने कलेक्टर का शुक्रिया भी अदा किया।
दरअसल कुछ दिन पूर्व मीडिया के माध्यम से खबर संज्ञान में आई थी कि लखनपुर विकासखंड के ग्राम चैनपुर निवासी छात्रा दामिनी को जब स्कूल की मैडम ने इंग्लिश बुक पढ़ने को कहा, तो वह इंग्लिश बुक पढ़ने में असमर्थ थी। जिस पर टीचर में उनके पिता को बुलाकर समझाइश दी कि लड़की अंग्रेजी पढ़ने में और लिखने में काफी कमजोर है। जिसके बाद से दामिनी ने स्कूल जाना बंद कर दिया। जिस पर त्वरित संज्ञान लेते हुए सरगुजा कलेक्टर कुंदन कुमार ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को आज सुबह भेजा।
अधिकारीगण सर्वप्रथम छात्रा के घर पहुंच छात्रा से बातचीत की और उसे किताबें भेंट की। साथ ही उन्होंने देखा कि छात्रा की तबीयत थोड़ी खराब है। जिस पर उसे तत्काल अस्पताल ले जाया गया और उन्हें डॉक्टर को दिखाया गया। जिसके उपरांत छात्रा को स्कूल ले जाया गया और टीचर से मिलवाया गया। साथ ही टीचर को सख्त लफ्जों में छात्रों के साथ उचित व्यवहार करने के निर्देश दिए। छात्रा ने अधिकारियों को यह भी बताया कि उनके घर से स्कूल की दूरी तकरीबन 12 से 15 किलोमीटर है और उसे स्कूल आने जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
जिसकी जानकारी तत्काल अधिकारियों द्वारा सरगुजा कलेक्टर को दी गई। जिस पर तत्काल संज्ञान लेते हुए कलेक्टर ने छात्रा को स्कूल के पास के छात्रावास में दाखिला कराने के निर्देश दिए। जिसके बाद छात्रा को नजदीक के प्री मैट्रिक कन्या छात्रावास में दाखिला करा दिया गया है। जिसके बाद दामिनी के चेहरे की मुस्कान देखते ही बन रही थी। उसने खूब मन लगाकर पढ़ने का वादा किया और सरगुजा कलेक्टर कुंदन कुमार का धन्यवाद किया।