नई दिल्ली
सम -विषम फॉर्मूले की समयसीमा खत्म होने के साथ ही सड़कों पर लोगों का दम फूलने लगा। शनिवार को फिर वही जाम वाली सड़कें वाहन चालकों का स्वागत कर रही थीं। आधे-आधे घंटे पर मिलती डीटीसी की बसें यात्रियों के सब्र का बांध तोड़ रही थीं। बसें खचाखच भरी होने के कारण यात्रियों का पसीना छूट रहा था। लोग शनिवार को यह हालत देख सोमवार का अंदाजा लगाकर सिहर जा रहे थे बस स्टॉप से लेकर मेट्रो तक में सम-विषम फॉर्मूले की चर्चा थी। मेट्रो में भी भीड़ रही। वह भी तब जब शनिवार को बहुत से दफ्तर बंद रहते हैं। 15 दिन बाद शनिवार को दिल्ली की सड़कें पुराने रूप में लौट आईं। कई मार्गों पर जाम की स्थिति रही। डीटीसी बेड़े से निजी और स्कूली बसों के हटने से सड़कों पर अचानक डीटीसी बसें कम हो गईं। इससे पहले 15 दिनों तक बसों में यात्रा काफी आरामदायक थी।
आसानी से सीट मिल जाती थी, बसें भी कुछ ही मिनटों में आ रही थीं। वहीं शनिवार को सड़कों पर निजी वाहनों की संख्या ज्यादा थी। आइटीओ, दिल्ली गेट, मथुरा रोड, विकास मार्ग, लाल किला, मोदी मिल, ओखला, कालकाजी, नेहरू प्लेस, आजादपुर समेत कई जगहों पर जाम की स्थिति बनी रही। स्कूलों में भी शनिवार को रौनक लौट आई। स्कूलों में बसें लौटी तो बच्चे भी आए। सम-विषम फॉर्मूले को सफल बनाने के लिए दिल्ली सरकार ने स्कूली बसों को भी डीटीसी बेड़े में जोड़ा था। इस स्थिति में बच्चों को स्कूल आने-जाने में होने वाली परेशानियों को देखते हुए 15 दिनों के लिए स्कूल बंद कर दिए गए थे। शनिवार को सम-विषम फॉर्मूले की मियाद खत्म होने के बाद स्कूल भी खुले।