भारत में भी बिकेगी 13 करोड़ रुपये/किलो चाय?… महंगी चाय पत्ती बेचने वाली ये कंपनी अब देश में खोलेगी अपने स्टोर्स

फटाफट डेस्क। पिघले सोने से सजी चाय को बेचने के लिए मशहूर लंदन दी एक्सचेंज अब भारत में अपने स्टोर्स खोलने की तैयारी कर रहा है। London Tea Exchange के एग्जिक्यूटिव्स ने मनीकंट्रोल को बताया कि ये स्टोर्स पूरे देश में खोले जाएंगे। कंपनी सबसे पहले नई दिल्ली और बेंगलुरु में स्टोर्स खोलेगी और उसके बाद मुंबई, कोलकाता और हैदराबाद में इन्हें खोला जाएगा।

उन्होंने कहा कि भारत दुनिया का सबसे चाय बाजार है और उनका अत्याधुनिक टी स्टोर्स यहां के लोगों को चाय से जुड़ा एक नया और अनोखा अनुभव देगा। लंदन टी एक्सचेंज की गिनती दुनिया के सबसे आलीशान टी स्टोर्स में होती है। LTE इंडिया के डायरेक्टर शाहिद रहमान ने बताया, “हम पहले तीन सालों में भारत में 200 से अधिक स्टोर्स खोलने के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रहे हैं। पहले साल 50 स्टोर्स खोले जाएंगे। इन स्टोर्स में चाय और कॉपी दोनों ऑफर की जाएंगी।”

लंदन टी एक्सचेंज की शुरुआत इंग्लैंड के राजा चार्ल्स द्वितीय ने 1552 में की थी, जब उनकी शादी पुर्तगाल की राजकुमारी कैथरीन ब्रैगंजा से हुई थी। राजकुमारी कैथरीन को चाय से बहुत प्यार था और उनके शौक को पूरा करने के लिए चार्ल्स ने लंदन टी एक्सचेंज की शुरुआत की थी। आज यह स्टोर्स प्राइवेट हाथों में है और इसे एक्स बैंकर अलिउर रहमान चलाते हैं, जो इसके सीईओ हैं। वहीं मैनचेस्टर यूनाइडेट के पूर्व एमडी माइक फरनान और कैनरी व्हार्फ ग्रुप के हेड हावर्ड डॉबर भी टॉप मैनेजमेंट का हिस्सा हैं।

रहमान ने बताया कि उन्होंने देश भर में फ्रेचांइजी स्टोर खोलने के लिए एक मास्टर प्लान बनाया है। रहमान कोलकाता में पैदा हुए हैं और उनका दावा है कि उन्हें भारत की अच्छी समझ है। उनके पिता एसके अब्दुर रहमान इकलौते क्रिकेट स्कोरर और स्टैटिस्टियन हैं, जिन्होंने 113 टेस्ट मैच और 109 वनडे मैच कवर किए हैं।

1.5 करोड़ में मिलेगा लाइसेंस

रहमान ने बताया, “लंदन टी एक्सचेंज के स्टोर्स दो तरह से खुलेंगे। कुछ स्टोर्स कंपनी के स्वामित्व वाले होंगे और कुछ स्टोर्स लाइसेंस प्राप्त स्टोर्स होंगे, जहां कंपनी के प्रोडक्ट और सेवाएं उपलब्ध रहेंगी। दोनों तरह के स्टोर्स की संख्या में संतुलन रहेगा और हम भारत में स्टोर्स चलाने के लिए एक तय मानक बना रहे हैं।”

फ्रैंचाइजी शुरू करने की लागत स्टोर के भौगोलिक इलाके पर निर्भर करेगी। हालांकि लंदन टी एक्सचेंज प्रत्येक स्टोर की लाइसेंस फीस के तौर पर औसतन 1.5 करोड़ रुपये हासिल करने की उम्मीद कर रहा है।

रहमान इस सवाल पर हसते हुए कहते हैं कि गोल्डन टी की कीमत औसतन करीब 13 करोड़ रुपये प्रति किलो है और इसे स्टोर्स में पेय पदार्थ के रूप में बेचना संभव नहीं है। उन्होंने कहा, “हम अपने रिटेल चैन के लिए इस गोल्डन टी को मार्केट में उतारने की तैयार कर रहे हैं। हालांकि अगर ग्राहकों के बीच इसकी मांग बढ़ती है तो हम निश्चित तौर पर स्टोर्स में इसे पेय पदार्थ के रूप में भी बेचने के बारे में सोचेंगे।”

नोबेल पुरस्कार विजेताओं को फ्री मिलती है गोल्डेन चाय

हालांकि यह इतना आसान नहीं होगा क्योंकि इसकी कीमत इतना ज्यादा है कि इसे सिर्फ बेहद अमीर लोग ही खरीद सकते हैं। गोल्डन टी की पत्तियां बांग्लादेश के सिलहट से आती हैं। इसे ‘सोनार बांग्ला’ भी कहते हैं, जिसका मतलब है- गोल्डेन बांग्लादेश। लंदन टी एक्सचेंज में यह चाय नोबेल पुरस्कार के विजेताओं को फ्री में दी जाती है। अगर आपने कोई नोबेल पुरस्कार नहीं जीता है, तो आपको अपने जेब से इसके पैसे भरने पड़ेंगे।