चंडीगढ़। पंजाब सरकार ने पुलिस कर्मचारियों की ड्यूटी के दौरान मौत होने की सूरत में उनके परिवार को 1 करोड़ रुपए की मुआवजा राशि देने का निर्णय किया है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने यह जानकारी पंजाब पुलिस के अधिकारियों और कर्मचारियों को वर्चुअल बैठक में दी। पंजाब पुलिस के कल्याण के लिए एक और अहम फैसला लेते हुए मुख्यमंत्री ने इस वित्तीय साल से पुलिस कल्याण फंड को 10 करोड़ रुपए से बढ़ा कर 15 करोड़ रुपए करने का ऐलान भी किया है। उन्होंने पंजाब पुलिस को देश की सर्वोत्तम पुलिस फोर्स में से एक बनाने के लिए पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को अपने पूरे सहृदय यत्नों और ईमानदारी से ड्यूटी करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने पुलिस को लोगों के साथ विनम्रता से पेश आने के लिए भी कहा।
इस बैठक में मुख्य सचिव अनिरुद्ध तिवारी, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव ए वेणू प्रसाद, प्रमुख सचिव गृह अनुराग वर्मा और डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (डीजीपी) पंजाब वी.के. भावरा भी मौजूद थे। बैठक के दौरान सभी रैंक के 23 हजार से अधिक पुलिस कर्मचारियों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने गैंगस्टरों, नशा, आतंकवाद, गैर-कानूनी माइनिंग और भ्रष्टाचार के विरुद्ध कोई लिहाज न बरतने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पुलिस अधिकारियों को राज्य में पुलिस के कामकाज में कोई दखलंदाजी न होने का भरोसा देते हुए पुलिस कर्मचारियों को पूरी पेशेवरता, समर्पण और ईमानदारी से अपनी ड्यूटी निभाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने पुलिस को राज्य के लोगों की सुरक्षा को यकीनी बनाने और कानून का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ बिना किसी पक्षपात से कार्यवाही करने के लिए भी कहा है।
उन्होंने कहा कि पुलिस की नौकरी चुनौतीपूर्ण और बहुत सख्त है और बढ़िया कारगुजारी के बावजूद भी पुलिस को लोगों की आलोचना का सामना करना पड़ता है। मुख्यमंत्री ने पंजाब पुलिस की भूमिका की सराहना भी की है। गौरतलब है कि जब से मुख्यमंत्री ने पुलिस कर्मचारियों को उनके जन्मदिन पर बधाई देने की शुरुआत की है, तब से अब तक कुल 5650 पुलिस मुलाजिमों को उनके जन्मदिन के मौके पर शुभकामनाएं दी जा चुकी हैं।