बिलासपुर। छत्तीसगढ़ में पूर्ण शराबबंदी की मांग को लेकर नेहरू चौक के पास धरना प्रदर्शन करने वाले संजय सिंघानी कलेक्टोरेट पहुंचे और कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर को ज्ञापन सौंपकर इच्छा मृत्यु की मांग की है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनते ही शराबबंदी करने की घोषणा की गई थी, लेकिन सरकार को बने चार साल बीत गए, पर अभी तक शराब बंद नहीं हुई है।
बीते 43 दिनों से संजय सिंघानी बापू के वेश में शराबबंदी की मांग को लेकर गांधीगीरी कर रहे हैं। हाथ में लाठी, आंखों पर चश्मा और गले में तख्ती लटकाए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी की मांग कर रहे हैं। वे नेहरू चौक, कलेक्टोरेट के सामने रोड के किनारे खड़े होकर गांधीगीरी कर रहे हैं। आंदोलन के जरिए सत्ताधारी दल को घोषणा पत्र की याद दिला रहे हैं। विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने इसे मुद्दा बनाते हुए प्रदेश की सत्ता पर काबिज होने की स्थिति में पूर्ण शराबबंदी का वादा किया था।
मुख्यमंत्री को उनकी घोषणा की याद दिला रहे हैं और शराबबंदी की मांग कर रहे हैं। संजय के गले में लटकी तख्ती कलेक्टोरेट आने वालों के अलावा राहगीरों के बीच कौतुहल का विषय बना हुआ है। उनकी भी नजर गांधीगीरी कर रहे युवक पर पड़ता है तो वे रुके बिना नहीं रहते। गांधीगीरी के बहाने संजय छत्तीसगढ़ में शराबबंदी की मांग को लेकर समर्थन भी जुटा रहे हैं। उनकी गांधीगीरी लोगों की जुबान पर भी आने लगी है।
शराबबंदी की मांग को लेकर संजय की गांधीगीरी की चर्चा अब इंटरनेट प्लेटफार्म पर भी जमकर हो रही है। भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकर्ता इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म पर इसे जमकर प्रसारित कर रहे हैं और मुद्दा बनाने की कोशिश भी कर रहे हैं।