आयुष्मान कार्ड से निशुल्क इलाज के लिए सर्वर की समस्या के कारण तीसरे दिन भी परेशानी रही। इधर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव द्वारा मामला संज्ञान में लेने के बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी हरकत में आए। विभाग ने अस्पतालों को निर्देश जारी किया कि सर्वर समस्या के दौरान आयुष्मान कार्ड की एंट्री न होने पर भी मरीजों को
इलाज उपलब्ध कराया जाए
स्वास्थ्य मंत्री के संज्ञान के बाद हरकत में आया विभाग
स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा है कि सर्वर की समस्या के दौरान डायरी में जानकारी लिखकर मरीजों को स्वास्थ्य सेवाएं निश्शुल्क उपलब्ध कराई। सर्वर ठीक होने पर एंट्री किया जा सकेगा। वहीं यह भी कहा गया है कि सर्वर के चलते जिन मरीजों को दो-तीन दिनों में आयुष्मान कार्ड से इलाज नहीं मिल सका है। डीकेएस अस्पताल के पीछे पुराना नर्सेस हास्टल स्थित आयुष्मान कार्यालय में आकर शिकायत कर सकते हैं। अन्य जिलों के पीड़ित अपने-अपने जिले में शिकायत कर सकते हैं। समस्या का निराकरण किया जाएगा।
यह है मामला
आयुष्मान भारत के पोर्टल को केंद्रीय स्तर पर अपडेट करने का काम चल रहा है। इसकी वजह से पिछले तीन दिनों में अस्पताल इलाज के लिए आए आयुष्मान कार्डधारियों की एंट्री नहीं हो पा रही है। समस्या के चलते प्राइवेट अस्पतालों में सैकड़ों मरीज इलाज से वंचित रह गए। शासकीय अस्पतालों ने जैसे-तैसे व्यवस्था बनाते हुए इलाज उपलब्ध कराया है। जानकारी के अनुसार तीन दिनों में राज्य के 5,000 से अधिक मरीज प्रभावित हुए हैं।
बता दें कि हर दिन अधिकतम तीन हजार लोग आयुष्मान कार्ड से निश्शुल्क इलाज होता है शासकीय अस्पतालाें में योजना के तहत इलाज लेने में समस्या नहीं आती है, लेकिन निजी अस्पतालों में अभी भी आयुष्मान कार्ड का लाभ नहीं ले पा रहे हैं।
आयुष्मान भारत व डा. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना के राज्य नोडल अधिकारी डा. श्रीकांत राजिमवाले ने कहा, केंद्रीय स्तर पर आयुष्मान के सर्वर में समस्या आई है। जानकारी लगते ही अस्पतालों को तत्काल निर्देश जारी कर दिए गए हैं। मरीजों को इलाज उपलब्ध कराया जा रहा है।