कांकेर। पखांजूर थाना क्षेत्र में पहली पत्नी को मिट्टी तेल डालकर जिंदा जलाने के प्रयास के मामला सामने आया है। आग में झुलसी महिला को उपचार के लिए पखांजूर अस्पताल में भर्ती कराया गया है, वहीं पखांजूर पुलिस ने आरोपित पति व उसकी दूसरी पत्नी के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध कर लिया है।
आग में झुलसने के कारण उपचार के लिए सिविल अस्पताल पखांजूर में भर्ती प्रार्थीया सविता मण्डल (36 वर्ष) ने पुलिस को बताया कि 17 वर्ष पूर्व उसका विवाह उज्जल मण्डल निवासी ग्राम पीवी सात के साथ सामाजिक रीति रिवाज से हुआ था। विवाह के बाद दो संतान पुत्री दीपा मण्डल (14 वर्ष) और पुत्र नंदिकेश मण्डल (7 वर्ष) है। लगभग दो ढाई वर्ष पूर्व मेरे पति ने महाराष्ट्र की जबा नाम की महिला को दूसरी पत्नी बनाकर ले आए थे और साथ में रखे। दूसरी पत्नी जबा का एक बेटा रोहन मण्डल है। जो लगभग डेढ साल का है। सभी एक ही मकान में संयुक्त रूप से रहते हैं।
28 मार्च की रात्रि में खाना खाने के बाद सोने के लिए मैं बिस्तर लगा रही थी। इसी दौरान मेरी सौतन जबा वहां आई और कहा कि तुम क्यों बिस्तर लगा रही हो, आज मैं वहां सोउंगी। जिसके बाद दोनों के बीच बहस शुरू हो गया। आवाज सुनकर उसकी सास वहां पहुंची और दोनों को समझाने का प्रयास किया। उसी समय उज्जल मंडल वहां आया और कहा कि तुम सबको इसी घर में जला कर मार दूंगा और गाली गलौज करते हुए सविता को मारने के लिए टंगिया उठाया।
इसी दौरान डर के कारण सास बच्चों को लेकर बाहर निकल गई। जिसके बाद जबा और उज्जल ने सविता पर मिट्टी तेल डाल दिया और उज्जल ने लाईटर से आग लगा दी। सविता बचाओ बचाओ चिल्लाते हुए घर के सामने बने तालाब में कूद गई, जिससे आग बुझ गया। सविता ने पुलिस को बताया कि आसपास के लोग घटना को देख रहे थे, मेरी सास आसपास के लोगो को बुलाने गयी थी, लेकिन डर के मारे कोई बचाने नहीं आया।
घटना के बाद उज्जल और जबा घर से भाग गये। सविता की बेटी दीपा ने सविता की बहन कल्याणी को फोन करके बुलाया। जिसके बाद वह अपने पति के साथ वहां पहुंची और सविता को उपचार के लिए पखांजूर अस्पताल में भर्ती कराया गया। प्रार्थीया के कथन के आधार पर पुलिस ने उसके पति व सौतन के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध कर लिया है।