बुलंदशहर। उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में पुलिस हिरासत में एक शख्स की मौत के मामले में 11 पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। तत्कालीन कोतवाल, चौकी इंचार्ज समेत 11 पुलिसकर्मियों को इस हत्या में आरोपी बनाया गया है।
यह मामला 6 दिसंबर 2020 का है। आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ हाईकोर्ट के आदेश पर केस दर्ज किया गया है। मृतक के परिजनों ने पुलिसकर्मियों पर हत्या का आरोप लगाया था। दरअसल दो साल पहले दिसंबर महीने में खुर्जा कोतवाली के कनैनी गांव में पुलिस ने एक युवती को भगाने के आरोप में सोनू नाम के युवक को गिरफ्तार किया था।
पुलिस हिरासत में ही सोनू की मौत हो गई थी जिसके बाद परिजनों ने काफी हंमागा किया था। अब कोर्ट के आदेश पर एक इंस्पेक्टर, एक दरोगा समेत 11 पुलिस और आम लोगों पर सोनू की हत्या का मामला दर्ज किया है।
कब-कब क्या हुआ
वकील भानु प्रकाश विमल ने बताया कि 6 दिसंबर 2020 को सोनू गांव की ही लड़की के साथ भाग गया था। जिसके बाद पुलिस 9 दिसंबर को बागपत के नैथला से पुलिस ने दोनों को बरामद किया था। 9 दिसंबर को ही सोनू की तरफ से वकील द्वारा एसएसपी को लड़के की जान माल की खतरे का प्रार्थना पत्र देकर उसकी सुरक्षा की मांग की गई थी। 10 दिसंबर में लड़की का बयान लिया गया और 11 मैं 12 की रात में सोनू की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। परिजन इसको पुलिस कस्टडी में मौत बताकर प्रदर्शन करने लगे। सोनू के परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने को कहा लेकिन उस वक्त नहीं हुआ।
वकील का कहना है कि, पुलिस ने जबरदस्ती अंतिम संस्कार कर दिया उस समय की ऑडियो रिकॉर्डिंग भी उनके पास है, जो कोर्ट में भी दाखिल की गयी है। इस सब के आधार पर हाईकोर्ट ने मामले को संज्ञान में लिया और 3 पुलिसकर्मियों सहित 11 लोगों के विरुद्ध हत्या व अन्य धाराओं की मुकदमा दर्ज करने के आदेश किए। जिस पर दी गई, तहरीर के आधार पर खुर्जा नगर थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया।