मसूरी (उत्तराखंड)। गुब्बारे में गैस भरने वाले सिलिंडर में अचानक धमाका होेने से मसूरी में अफरा तफरी मच गई। गुब्बारे बेच रहे 19 साल के युवक का एक पैर घटना स्थल से करीब दो सौ फीट दूर एक धार्मिक स्थल के परिसर में जा गिरा। गंभीर घायल युवक को आनन-फानन कपड़ों में लपेटकर अस्पताल ले जाया गया। धमाके से आसपास के घरों के शीशे, पानी की टंकियां क्षतिग्रस्त हो गईं। कुछ देर तो किसी को समझ में नहीं आया कि हुआ क्या है।
शहर के कुलड़ी में गुब्बारे में गैस भरने वाले सिलिंडर में धमाका होने से गुब्बारा बेचने वाला युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। धमाका इतना जोरदार था कि उसकी आवाज से पूरा क्षेत्र दहल उठा। हादसे में गुब्बारे बेचने वाला युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। धमाके से आसपास के घरों की खिड़कियों के शीशे भी क्षतिग्रस्त हो गए।
घटना में घायल युवक को स्थानीय लोगों ने अस्पताल में भर्ती कराया। प्राथमिक उपचार के बाद युवक को डॉक्टरों ने हायर सेंटर रेफर कर दिया। कुलड़ी के समर हाउस के निकट एक होटल की छत पर गुब्बारे बेचने वाले 19 साल के युवक अरविंद कुमार पुत्र सुरेंद्र सिंह गुब्बारे में गैस भरने का काम कर रहा था अचानक गुब्बारा गैस सिलिंडर में धमाका हो गया।
इससे युवक का एक पैर घटना स्थल से करीब दो सौ फीट दूर एक धार्मिक स्थल के परिसर में जा गिरा। गंभीर रूप से घायल युवक को आनन-फानन कपड़ों में लपेटकर अस्पताल ले जाया गया। धमाके से आसपास के घरों के शीशे, पानी की टंकियां क्षतिग्रस्त हो गईं। कुछ देर तो किसी को समझ में नहीं आया कि हुआ क्या है। उप जिलाचिकित्साल मसूरी के सीएमएस डॉक्टर यतींद्र सिंह ने बताया कि गुब्बारे में गैस भरने वाला सिलिंडर फटने से हादसा हुआ है।
घटना स्थल के पास मौजूद दुकानदार राजेश गोयल ने बताया कि वह अपनी दुकान पर थे तभी जोरदार धमाका हुआ। कुछ समझ में ही नहीं आया फिर घटना स्थल पर पहुंचे तो एक युवक लहूलुहान पड़ा था और उसका एक पैर गायब था। तत्काल पुलिस को फोन लगाया लेकिन फोन नहीं लगा। किसी तरह कुछ लोगों के साथ गंभीर रूप से घायल युवक को अस्पताल ले गए।
कोतवाल गिरीश चंद्र शर्मा ने बताया कि घायल युवक अरविंद कुमार (19 वर्ष ) पुत्र सुरेन्द्र सिंह रसूलपुर गामड़ी, जिला अमरोहा, उत्तरप्रदेश का रहने वाला है। पूरे मामले की जांच की जा रही। घटना में गंभीर रूप से घायल युवक अपने किसी रिश्तेदार के साथ मसूरी में रहता है और मालरोड पर गुब्बारे बेचने का काम करता है।
हाइड्रोजन गैस काफी सस्ती होती है और हल्की होती है, जिसकी वजह से इसे गुब्बारे में भरा जाता है तो गुब्बारा हवा में उड़ता है। पर यह गैस काफी खतरनाक होती है। हाइड्रोजन गैस का सिलिंडर का फटना प्रेशर पर निर्भर करता है। निगरानी नहीं होने से इसके सिलिंडर को तैयार करने में लोहे की हल्की चादर का इस्तेमाल किया जाता है, जिनके ज्यादा प्रेशर पड़ने पर फटने का खतरा रहता है। ऐसे में खुलेआम मौत का सामान लेकर घूमने वालों के खिलाफ पुलिस प्रशासन भी रोक नहीं लगाता है। कायदे से शासन को गुब्बारे वालों के सिलिंडर की जांच करनी चाहिए।