जो बाइडेन के यूरोप यात्रा से क्यों चीड़ गए रूसी राष्ट्रपति…

अमेरिका। रूस और यूक्रेन में मध्य चल रही युद्ध के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन यूरोप की चार दिवसीय यात्रा के लिए व्हाइट हाउस से रवाना हो गए हैं, जहां वह यूक्रेन में रूसी हमले पर चर्चा करने के लिए प्रमुख सहयोगियों के साथ मुलाकात करेंगे. जो बाइडन ने 23 मार्च को रवाना होने के बाद संवाददाताओं से कहा कि रूस द्वारा यूक्रेन युद्ध में रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल करने की आशंका एक ‘वास्तविक खतरा’है. बता दें कि पोलैंड के बॉर्डर पर नाटो की सेना भारी संख्‍या में मौजूद है. इन सबके बीच पुतिन से नाटो को धमकी देते हुए कहा है कि अगर उनके अस्तित्‍व पर खतरा दिखा तो वह परमाणु हमला करने से भी पीछे नहीं हटेंगे. जब से युद्ध शुरुआत हुआ है जब से पुतिन बार- बार धमकी दे रहा हैं।

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन अब यूरोप में सीधे दखल देने जा रहे हैं. जिससे रूस की बौखलाहट और भी ज्यादा बढ़ गई है. यही कारण है कि रूस ने लगातार परमाणु हमले की धमकी देते आ रहे हैं .जो बाइडेन का यूरोप आना क्या रूस को भारी पढ़ सकता हैं। क्रेमलिन के प्रवक्ता दमित्री पेश्कोव ने इंटरव्यू में कहा है कि अगर रूस के वजूद पर बात बन आई तो वो परमाणु हथियार का भी प्रयोग करेगा. रूस अपने देश के मिटने का इंतजार नहीं कर सकता. दमित्री ने एक बार फिर जोर देकर कहा है कि यूक्रेन को न्यूट्रल स्टेट बनना ही होगा. इसके अलावा उसे क्रीमिया को रूस का हिस्सा मानना होगा. इससे पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी परमाणु बम गिराने की धमकी दे चुके हैं. एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर अमेरिकी राष्ट्रपति के इस दौरे पर यूक्रेन को नाटो में शामिल करने की कोशिश हुई तो इसका परिणाम पूरे विश्व को खतरनाक साबित हो सकता है.

अमेरिकी राष्ट्रपति का पहला पड़ाव ब्रसेल्स है, जहां नाटो के आपात शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे. वह यूरोपीय संघ और G-7 समूह की बैठकों में भी भाग लेंगे. अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने मंगलवार को व्हाइट हाउस में पत्रकारों से कहा था,अमरीकी राष्ट्रपति बाइडन नाटो की एक आपात बैठक में शिरकत करेंगे, जिसमें नाटो के 29 अन्य सदस्य देशों के नेता शामिल होंगे. उन्होंने कहा था,वह G-7 नेताओं के साथ बैठक करेंगे और यूरोपीय परिषद के सत्र के दौरान 27 सदस्यीय ईयू के नेताओं को संबोधित करेंगे. वह यूक्रेन को सैन्य सहायता प्रदान करने के अगले चरण को लेकर भी चर्चा कर सकते हैं.अमेरिकी राष्ट्रपति ब्रसेल्स से पोलैंड रवाना होंगे, जहां वह नाटो क्षेत्र की रक्षा करने में मदद कर रहे अमेरिकी सैनिकों से मुलाकात करेंगे और वह मानवीय सहायता में शामिल विशेषज्ञों से भी मिलेंगे.