रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध में वहां फंसे भारतीयों को सुरक्षित स्वदेश लाने के लिए सरकार की ओर से बड़े स्तर पर ऑपरेशन गंगा चलाया जा रहा है। इसके तहत विमानों के जरिये भारतीय छात्रों और अन्य लोगों को भारत लाने का काम तेजी से हो रहा है। इस बीच शनिवार को देर रात रोमानिया के बुखारेस्ट से 182 भारतीयों को लेकर एक स्पेशल फ्लाइट मुंबई आई है। ये सभी भारतीय यूक्रेन से रोमानिया पहुंचे थे।
इसके अलावा रविवार को तड़के एक स्पेशल फ्लाइट 154 भारतीयों को लेकर नई दिल्ली पहुंची है। ये फ्लाइट ऑपरेशन गंगा के तहत स्लोवाकिया से भारत आई है। इस फ्लाइट में आए भारतीयों का स्वागत केंद्रीय राज्य मंत्री भगवंत खुबा ने किया। यूक्रेन में रूस के हमलों के कारण हालात तेजी से बिगड़े हैं। वहां फंसे भारतीयों को सुरक्षित निकालने का काम भी युद्धस्तर पर जारी है। यूक्रेन संकट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को एक उच्च स्तरीय बैठक भी की है। इसमें विदेश मंत्री एस जयशंकर और विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला के अलावा कई शीर्ष अफसर भी मौजूद थे। वहीं इससे पहले भी पीएम मोदी इस संकट पर कई बैठकें कर चुके हैं।
इसके साथ ही विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने शनिवार को कहा था कि उम्मीद है कि अगले कुछ घंटे में खारकीव और पिसोचिन से अपने सभी नागरिकों को निकाल लिया जाएगा। उन्होंने कहा था, ‘हमारा मुख्य जोर अब सूमी से भारतीय छात्रों को निकालने पर है। हमलोग उनकी निकासी के लिए कई विकल्पों पर विचार कर रहे हैं।’
प्रवक्ता ने कहा कि लगभग सभी भारतीय अब खारकीव शहर छोड़ चुके हैं। उन्होंने कहा था, ‘यह एक बहुत ही सकारात्मक प्रगति है। पिछले कुछ दिनों से यह काफी चिंता का विषय बना हुआ था।’ बागची ने कहा कि निकासी अभियान ‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत 63 उड़ानों ने 13,300 से अधिक भारतीयों को वापस लाया है।
इन 63 उड़ानों में से 15 उड़ानें पिछले 24 घंटों में लगभग 2,900 नागरिकों को वापस लेकर आईं। प्रवक्ता ने कहा कि भारतीयों को वापस लाने के लिए अगले 24 घंटों में 13 उड़ानें संचालित होने वाली हैं। यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद स्थापित विदेश मंत्रालय के नियंत्रण कक्ष को शनिवार दोपहर तक 12,214 कॉल और लगभग 9,000 ईमेल मिले हैं।