छत्तीसगढ़ के जांजगीर चांपा जिले के मुलमुला थाने में पदस्थ दो आरक्षको के निलंबन के बाद पुलिस अधीक्षक ने बड़ी कारवाई की है। दोनों को आरक्षक के पद से हटाने के आदेश दिए हैं। आरक्षक धर्मेंद्र बंजारे और दुर्गेश खूंटे पर शराब के नशे में स्टाफ पर रायफल तान कर गाली गलौज करने का आरोप था। पुलिस अधीक्षक ने थाना प्रभारी और मुलमुला स्टाफ से मामले में पूछताछ की। पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव ने दोनों आरक्षकों को विभाग के लिए खतरा बताते हुए पद से अलग कर दिया है।
मुलमुला थाना में पदस्थ आरक्षक दुर्गश खूंटे और धर्मेंद्र बंजारे पर थाना में पुलिस स्टाफ से उदंड आचरण करने की शिकायत पर एसपी ने 28 फरवरी को निलंबित कर दिया था। थाना प्रभारी के साथ थाना स्टाफ से पूछताछ की। जिसमें थाना प्रभारी ने दोनों आरक्षको के विषय में वीडियो फुटेज भी उपलब्ध कराया है। जिसमें दोनों आरक्षकों की उद्दंडता साफ नजर आ रही है। थाना स्टाफ ने बताया कि दोनों आरक्षक शराब के नशे में रहना और छोटी छोटी बातों पर आवेश में आकर विवाद करते थे। इसलिए इन पर कार्रवाई हुई है।
पुलिस अधीक्षक ने मामले की जांच में पाया कि दोनों आरक्षकों का असामाजिक तत्वों से लगातार मेलजोल और बातचीत होता है। कभी उनके संपर्क के अपराधियों पर पुलिस शिकंजा कसने की कोशिश करती तो उनको ये दोनों अलर्ट भी कर देते थे। पुलिस अधीक्षक ने दोनों आरक्षकों का मोबाइल, कॉल डिटेल और लोकेशन ट्रेस किया। जिसमें सारी बातों का खुलासा हुआ। दोनों आरक्षकों के इस कार्य को पुलिस के कार्रवाई के लिए घातक माना गया है। इसलिए दोनों पर कार्रवाई हुई है।