सरगुज़ा: ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराई, सुविधाओं के अभाव में ग्रामीणों को झेलनी पड़ रही है परेशानी

सीतापुर/अनिल उपाध्याय. सतत निगरानी के अभाव में ग्रामीण क्षेत्रों की स्वास्थ्य सुविधा बुरी तरह चरमरा गई है जिसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है. उप स्वास्थ्य केंद्र में सुविधाओं के अभाव में लोगों को बेहतर उपचार के लिए भटकना पड़ रहा है. उप स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ स्वास्थ्यकर्मी बीमारी ठीक करने के नाम पर बेहतर इलाज के लिए उनकी जेब ढीली करा रहे है.

विगत लंबे समय से उप स्वास्थ्य केंद्र में उपचार के दौरान होने वाली असुविधाओं का सामना कर रहे लोगो मे इस अव्यवस्था को लेकर काफी असंतोष व्याप्त है. उन्होंने इसमे सुधार किए जाने की माँग की है ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगो को निःशुल्क इलाज की बेहतर सुविधा उपलब्ध हो सके.

जानकारी अनुसार सीतापुर से महज 6 कि मी की दूरी पर स्थित विकासखंड मैनपाट का तराई गाँव खड़गाँव मे आयुष्मान भारत योजना के तहत संचालित शासकीय उप स्वास्थ्य केंद्र का बड़ा बुरा हाल हैं. यहाँ पदस्थ स्वास्थ्यकर्मियों की उदासीनता एवं इलाज की बेहतर सुविधा नही होने की वजह से उपचार कराने आने वाले ग्रामीणों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.

उप स्वास्थ्य केंद्र में उपचार के दौरान मरीजो को मिलने वाली निःशुल्क दवा की कमी हमेशा यहाँ बनी रहती है. लोगो को उपचार के बाद दवा के नाम पर केवल पर्ची थमा दिया जाता है. इस संबंध में ग्राम पंचायत खड़गाँव के उप सरपंच भागवत यादव की माने तो उप स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ स्वास्थ्यकर्मी बीमारी ठीक करने के नाम पर बेहतर उपचार के लिए पैसों की माँग करते है.

इसके लिए वो उप स्वास्थ्य केंद्र में दवा की कमी बता मरीजो को इस कदर मजबूर कर देते है कि वो उनसे अपना इलाज कराने को मजबूर हो जाए. अंत मे परेशान मरीज मजबूर होकर उनसे अपना इलाज कराता है जिसके बदले उसे अपनी जेब ढीली करनी पड़ती हैं. उप सरपंच ने बताया कि प्रसूति कराने के नाम पर भी यहाँ पदस्थ स्वास्थ्यकर्मी लोगो से मुंहमांगी रकम माँगते है.

इस संबंध में बीएमओ मैनपाट डॉ आर पैंकरा ने कहा कि उप स्वास्थ्य केंद्र खड़गाँव में जो अव्यवस्था व्याप्त है, उसे दूर करने का प्रयास किया जायेगा.