18 जुलाई को दरिमा थानाक्षेत्र के सोहगा खर्रापारा में सड़क किनारे एक युवती की खून से लथपथ लाश मिली थी। मृतिका की पहचान रजनी कुजूर के रूप में हुई। पुलिस ने घटनास्थल से एक स्कूटी भी बरामद किया। प्रथम दृष्टया तो जिसने भी देखा, उसने एक्सीडेंट होने की आशंका जताई। लेकिन पीएमकर्ता डॉक्टर ने हत्या होने की संभावना जताई।
इसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की, पहले मृतिका की माँ मनिरा कुजूर से पुछताछ किया। जिन्होंने अपने पुत्र केन्दा राम पर ही हत्या किए जाने की आशंका जताई। इस पर केन्दाराम को हिरासत में लिया गया। पूछताछ करने पर अपना गुनाह स्वीकार करते हुए बताया कि वह अपने बहन के देर रात आना जाना करने से नाराज रहता था तथा उसे इस कारण सामाजिक अपमान झेलना पड़ रहा है। ऐसा सोचता था। इसके अलावा जमीन सम्बंधी बातों को लेकर भी आए दिन वह अपने बहन से झगड़ता था।
इसी दौरान 18 जुलाई की रात लगभग 10 बजे जब मृतिका रजनी कुजूर अपने स्कूटी से घर आ रही थी, तो आरोपी मृतिका का भाई केन्दा राम उसे देख कर भड़क गया और पास रखे डंडा को उठाकर सिर तथा गले में प्राण घातक हमला कर मार दिया। फ़िलहाल पुलिस ने आरोपी केंदा राम निवासी सोहगा खर्रापारा को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेज दिया है।
इस कार्यवाही में निरीक्षक आशा तिर्की, उप निरीक्षक ओ०पी० यादव, सहा उप निरीक्षक भूपेश सिंह, अजीत मिश्रा, राकेश मित्रा, राकेश यादव, आरक्षक विकास सिंह, विरेन्द्र पैकरा, विवेक राय, निरज पाण्डेय सक्रिय रहे।