गोवा में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक दलों ने वादों का पिटारा खोल दिया है। एक हफ्ते पहले अरविंद केजरीवाल की पार्टी ने महिला सशक्तिकरण के नाम पर महिलाओं को हर महीने ढाई हज़ार रुपये देने का ऐलान किया था और अब ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने कहा है कि अगर गोवा में उनकी सरकार बनती है, तो हर महीने गृह लक्ष्मी स्कीम के तहत महिलाओं को 5 हजार रुपये दिए जाएंगे। TMC ने शनिवार को गृह लक्ष्मी कॉर्ड लॉन्च किया।
इस मौके पर अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत करते हुए टीएमसी सांसद और गोवा की राज्य प्रभारी महुआ मोइत्रा ने कहा, ‘ये एक यूनिवर्सल कवरेज होगा। जिसका अर्थ है कि आपको किसी विशेष जाति या समुदाय से संबंधित नहीं होना है। साथ ही आपको किसी विशेष आर्थिक रूप से वंचित वर्ग या बीपीएल श्रेणी से संबंधित नहीं होना है. सभी को इस योजना का फायदा मिलेगा।’
क्या जरूरत है इस स्कीम की?
मोइत्रा ने कहा कि इस योजना को पश्चिम बंगाल में बड़ी सफलता मिली थी। उन्होंने कहा कि अगर उनकी पार्टी की सरकार बनती है तो फिर हर गृहिणी को इस योजना का लाभ मिलेगा। उन्होंने आगे कहा, ‘अगर एक महिला के हाथ में 5,000 रुपये मिलते हैं, तो वो अपने बच्चों के लिए कपड़े खरीदेगी, वो कुछ जरूरी दवाएं खरीदेगी, वो बहुत सी चीजें खरीदेगी, जो शायद वो नहीं कर सकती थी।’
गृह आधार योजना से अलग कैसे है ये स्कीम
बता दें कि गोवा में इस वक्त बीजेपी की सरकार गृह आधार योजना चलाती है। इस स्कीम के तहत गृहिणियों को 1,500 रुपये दिए जाते हैं। मोइत्रा ने कहा कि गृह लक्ष्मी योजना, गृह आधार से अलग है। यहां इनकम को लेकर कोई कटऑफ नहीं है। गृह आधार के विपरीत इस योजना का लाभ 3.5 लाख घरों को होगा, जबकि गृह आधार के तहत सिर्फ 1.5 लाख परिवारों को फायदा मिलता है। टीएमसी ने कहा कि इससे सरकार पर 1,500 करोड़ रुपये से 2,000 करोड़ रुपये का खर्च आएगा, जो राज्य के बजट का लगभग 6-8 प्रतिशत होगा।