एमपी के भोपाल और इंदौर में बढ़ रहे कोरोना के मामलों को लेकर सरकार अलर्ट मोड पर आ गई है। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल में क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी के सदस्यों के साथ बुधवार को बैठक की। इसमें उन्होंने साफ कर दिया कि कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए सरकार पूरी तरह मुस्तैद है और लॉकडाउन लगाने के पक्ष में नहीं है। ऐसे में क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी के सदस्यों को सक्रिय भूमिका निभानी होगी। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि जनप्रतिनिधि घर-घर दस्तक दें। वे लोगों को मास्क और वैक्सीनेशन के लिए जागरूक करें।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल, इंदौर जबलपुर में कोरोना मरीजों की लगातार बढ़ रही संख्या पर चिंता जताई। उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सभी कलेक्टरों, क्राइसिस मैनेजमेंट सदस्यों को कहा कि लोगों को मास्क लगाने के लिए जागरूक करें। वे खुद भी लोगों को मास्क लगाने के लिए जागरूक करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि इलाज की पूरी व्यवस्था की जाएगी। दिसंबर महीने में वैक्सीनेशन अभियान चलाने की नई तारीखें घोषित की जाएंगी। जिन जिलों में 90 फीसदी से कम वैक्सीनेशन हुआ है वहां वैक्सीनेशन के लिए महाअभियान चलाया जाएगा।
मैं नहीं चाहता कि किसी भी परिस्थिति में लाॅकडाउन की नौबत आए। काम-धंधे उजड़ जाए और जिंदगी कठिन दौर से गुजरे। इससे बचने के उपाय हैं हमारे पास और आज से ही हम सावधान हो जाएं: मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj #MPFightsCorona pic.twitter.com/DqyfgGL48y
— Office of Shivraj (@OfficeofSSC) December 1, 2021
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार लॉकडाउन के पक्ष में नहीं है। लॉकडाउन से लोगों की जिंदगी कठिन हो जाती है। ऐसे में हालात को नियंत्रण करना ही एकमात्र उपाय है। प्रदेश के मुखिया ने अस्पतालों में व्यवस्थाओं को सुधारने के निर्देश दिए हैं। इस अभियान से जुड़े अधिकारी अस्पताल जाएंगे और वहां की व्यवस्थाओं पर नजर रखेंगे। अस्पतालों का निरीक्षण, उपकरणों और ऑक्सीजन प्लांट का ट्रायल किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने शादी विवाह और बाजार में उमड़ने वाली भीड़ पर कहा है इसे रोकने के लिए कोई प्रतिबंध लगाने की तैयारी नहीं है। लेकिन अनावश्यक भीड़ रोकनी होगी। लोगों को जागरूक करना होगा, ताकि संक्रमण का प्रसार न हो।