कोरोना वायरस का खतरा एक बार फिर से देश में बढ़ रहा है। वायरस की दूसरी और तीसरी लहर के प्रकोप के बाद देश में हालात जहां धीरे-धीरे सुधारते हुए नजर आ रहे थे, वहीं तेलंगाना से चौकाने वाली खबर सामने आई है। कोरोना वायरस के कम होते मामलों के बीच देश भर में दफ्तर और स्कूल खोले जाने लगे हैं। ऐसे में तेलंगाना के संगारेड्डी जिले के एक सरकारी आवासीय स्कूल की एक शिक्षिका सहित 43 छात्राएं कोरोना संक्रमित पाई गईं हैं।
हैदराबाद से करीब 50 किलोमीटर दूर सांगा रेड्डी जिले के महात्मा ज्योतिबा फुले पिछड़ा वर्ग कल्याण स्कूल में कोरोना वायरस का कहर बरपा है। समाचार एजेंसी के रिपोर्ट के मुताबिक, विद्यालय में तीन दिन पहले एक छात्रा की तबीयत खराब हो गई थी। क्योंकि उसमें कोविड-19 से जुड़े लक्षण दिखाई दे रहे थे, इसलिए स्कूल के अधिकारियों ने सभी छात्रों पर कोरोना वायरस का परीक्षण करने का फैसला किया, जिसके तहत बीते रविवार को स्कूल के 491 छात्रों में से 261 छात्रों का कोविड टेस्ट किया गया, जिसमें एक शिक्षिका सहित 43 छात्राओं को संक्रमित पाया गया।
तेलंगाना के संगारेड्डी जिले से कोरोना संक्रमण की खबर सामने आने के बाद हर कोई हैरान-परेशान हो गया है। जिले की डीएम और एचओ डॉ गायत्री ने बताया कि महात्मा ज्योतिबा फुले स्कूल की 43 छात्राएं सहित एक शिक्षिका में कोविड-19 का पाजिटिव टेस्ट आया है। । डॉ गायत्री ने बताया कि सभी छात्राओं को आइसोलेशन में रखा गया है और उनका इलाज किया जा रहा है।
पिछले हफ्ते तेलंगाना के खम्मम जिले के सरकारी रेजीडेंशियल स्कूल के 28 छात्राओं में कोरोना का पाजिटिव टेस्ट आया था। वायरस फैलने की जानकारी मिलने पर छात्रों के परिजनों में हडकंप मच गई, मौके पर विद्यालय पहुचे छात्रों के माता-पिता ने प्रशासन से उनके बच्चों को वापिस घर भेजने की अपील की। बता दें की स्कूल में इतनी बड़ी संख्या में मिले कोरोना वायरस के मामले के बाद स्कूल प्रशासन ने सभी छात्रों सहित कर्मचारियों का covid-19 का टेस्ट लेने का निर्णय लिया था।