सरगुज़ा जिले के स्नेक मैन सत्यम द्विवेदी ने आज फिर एक सांप को इंसानों के बीच से सुरक्षित निकालकर जंगल तक छोडा हैं। सांप सरगुजा जिला मुख्यालय अम्बिकापुर के एक शासकीय दफ्तर मे घुस गया था। जिसके बाद दहशत मे आए शासकीय कर्मचारियो ने स्नेक मैन से संपर्क किया।
सरगुजा संभाग मे विभिन्न प्रजाति के सांपों की अच्छी खासी तादात है। जिस कारण सांप आए दिन इंसानों की बस्ती मे निकल पड़ते हैं। इधर आज भी एक सांप अम्बिकापुर के कलेक्ट्रेट परिसर स्थित सूचना एंव प्रौद्योगिकी विभाग कॆ दफ्तर मे भटककर घुस गया। सुबह जब कार्यालय खुला और कर्मचारियो ने सात फिट का सांप दफ्तर के भीतर देखा। तो सभी दहशत मे आ गए। जिसके बाद आनन फानन मे कर्मचारियो ने इसकी सूचना संभाग मे स्नेक मैन के नाम से चर्चित सत्यम द्विवेदी को दी। इधर सत्यम भी बिना देर किए तत्काल सूचना एंव प्रौधोगिकी विभाग के दफ्तर पहुंच गए और फिर आधा घंटे की कडी मेहनत और जोखिम के बीच सत्यम ने सांप को अपने कब्जे में लिया। इधर सत्यम के द्वारा सांप को पकडे जाने के दौरान आस पास कॆ अन्य दफ्तरों के लोगो का भी वहां हुजूम उमड़ गया था। जिन्होंने स्नैक मैन के इस जोखिम भरे कार्य की जमकर सराहना की।
स्नेक मैन सत्यम के मुताबिक उन्होंने जिस सात फिट लंबे सांप का रेस्क्यू किया है। उसको असोढिया सांप कहा जाता है। इसे कई इलाकों मे धामन या धमना सांप भी कहा जाता है। इस सांप का मुख्य आहार चूहा रहता है। लंबा होने के कारण ये खतरनाक दिखता है। लेकिन ये कम जहरीला और इंसान कॆ लिए ज्यादा खतरनाक नहीं होता है। गौरतलब है कि इस सांप के आपरेशन के दौरान वन विभाग की टीम मौके से नदारद रही। और ये पहली बार नहीं है। जब सांप के रेस्क्यू के दौरान सत्यम ने अकेले ही जोखिम लिया हो। इससे पहले भी वन विभाग की अनदेखी के बीच सत्यम नॆ दर्जनों जहरीले सांपों का रेस्क्यू करके सांप को इंसान से और इंसान को सांप से सुरक्षित किया है।