उदयपुर/राजस्थान। जिले के आदिवासी बाहुल्य कोटडा इलाके में पहले बैल चोरी करके और फिर उनका वध मांस खाने के मामले में पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। बीते एक माह से तीनों आरोपी पुलिस को खूब छका रहे थे और आखिरकार मंगलवार शाम को तीनों को कोटडा के जंगलों से गिरफ्तार किया गया।
कोटड़ा थाने के एएसआई कालूलाल परमार ने बताया कि मामला दर्ज होने पर वेरा कातरा गांव निवासी भनिया, काविया और गुलाफ़ को गिरफ्तार किया है।
आरोपियों के जंगल में छिपकर रहने की सूचना मिली, इस पर दबिश देकर सभी को गिरफ्तार किया गया। ये तीनों ही आरोपी बैल का मांस खाने के आदी हैं। गिरफ्तार आरोपी गुलाफ़ और वागा रिश्ते में जीजा-साला हैं। शराब के नशे में अक्सर आस-पास के गांव में बाढ़ से बैल चोरी करते और बाद में उनका शिकार करते।
दरअसल, एक अक्टूबर को नया गांव निवासी शेरू पुत्र डूटिया ने थाने में वैराकातरा निवासी भाणिया पुत्र लातुरा, पवा पुत्र भाणिया व चार अन्य के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज करवाया था। प्रार्थी ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि मेरे दो बैल मेरे मकान के सामने बंधे थे। रात 1.30 बजे नींद खुली तो एक बैल गायब मिला। उसने गांव में तलाश की तो आरोपी भनिया के घर बैल का कटा हुआ सर चमड़ी और मांस बिखरा हुआ मिला था। प्रार्थी खाल, मांस को कटटों में भरकर थाने पहुंचा और रिपोर्ट दर्ज कराई। इसके बाद पुलिस आरोपी की तलाश कर रही थी।
पूछताछ में सामने आया है कि सभी आरोपी अलग-अलग तरह के मांस खाने के आदी हैं। कई बार बेल तो कई बार जंगली जानवरों का शिकार करते थे। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर और जानकारी जुटाने की कोशिश कर रही है।