रायपुर। छत्तीसगढ़ के कई जिलों में पिछले 5 दिनों से रुक-रुक कर मध्यम और भारी बारिश हो रही है। जिसके कारण कई इलाकों में जलभराव की की स्थिति हो गई है तो कई इलाके टापू में बदल गए है। बात करें रायपुर की तो बुधवार को राजधानी में सुबह से लेकर शाम तक धूप निकली हुई थी। जिसके कारण फिर से एक बार उमस भरी गर्मी महसूस हुई। देर रात को हल्की बूंदाबांदी और रिमझिम बारिश शुरू हुई। गुरुवार की सुबह भी राजधानी में हल्की बूंदाबांदी हो रही है। काले बादल छाए हुए हैं।
मौसम विभाग के मौसम वैज्ञानिक एचपी चंद्रा ने बताया कि गुरुवार को प्रदेश के कुछ इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश और गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। प्रदेश के एक-दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ भारी बारिश होने की संभावना है। इस दौरान प्रदेश के अधिकतम तापमान में वृद्धि संभावित है।
मौसम विभाग ने बताया कि एक गहरा अवदाब उत्तर छत्तीसगढ़ और उससे लगे हुए उत्तरी अंदरूनी ओडिशा के ऊपर स्थित है। इसके पश्चिम उत्तर पश्चिम दिशा में लगातार आगे बढ़ते हुए उत्तर छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश को क्रॉस करते हुए कमजोर होने के बाद एक चिन्हित निम्न दाब के क्षेत्र के रूप में परिवर्तित होने की संभावना है। मानसून द्रोणिका मध्य समुद्र तल से 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक अहमदाबाद, इंदौर, होशंगाबाद, गहरा अवदाब के केंद्र गोपालपुर और उसके बाद दक्षिण पूर्व की ओर पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी तक स्थित है। एक द्रोणिका दक्षिण गुजरात में स्थित चक्रीय चक्रवाती घेरा से उत्तर छत्तीसगढ़ और उससे लगे उत्तर अंदरूनी ओडिशा तक 1.5 किलोमीटर ऊंचाई से 5.8 किलोमीटर ऊंचाई तक मध्य प्रदेश होते हुए स्थित है।