सूरजपुर : जिले के विभिन्न ग्राम पंचायतों में वर्ष 2018 से 2020 तक एसईसीएल के सीएसआर मद अंतर्गत सामुदायिक सिचाई योजना, लघु सिंचाई योजना व वाटर एटीएम की 2 करोड रुपये की लगभग स्वीकृति मिली थी। जिसका निर्माण एजेंसी विद्युत यांत्रिक लाइट मशीनरी (इएण्डम) सरगुजा था।
निर्माण एजेंसी के द्वारा अपने एक ही ठेकेदार से मनमानी तरीके से कार्य सपन्न कराया जा रहा है। उक्त विषय पर जिला प्रशासन को पूर्व में भी अवगत कराया गया था, आज पुनः एक प्रतिनिधिमंडल ने कलेक्टर सूरजपुर को ज्ञापन सौंप कर ड्राइंग स्टिमेन्ट के अनुरूप जांच के लिए ज्ञापन सौंपा। जिसमे उल्लेख किया गया है कि जिले के सूरजपुर व प्रतापपुर ब्लॉक के कमलपुर सलका व सरस्वतीपुर में 99 लाख की लघु सिंचाई योजना की स्वीकृति मिली थी व सूरजपुर व ओड़गी ब्लॉक के ओड़गी व लटोरी में लगभग 25 लाख रु की वाटर एटीम की स्वीकृति, तथा प्रतापपुर ब्लॉक के बनसीपुर में लगभग 35 लाख रुपये की नल जल कार्य हेतु स्वीकृति मिली थी।
उक्त कार्य के लिए विद्युत लाइट मशीनरी नलकूप विभाग सरगुजा निर्माण एजेंसी थी। निर्माण एजेंसी के अधिकारियों के द्वारा किसी एक ही ठेकेदार से बिना कोई टेंडर से कार्य कराया जा रहा है। इन कामों में विभाग द्वारा तय ड्राइंग स्टीमेट का पालन भी नहीं हुआ है, और शासन के नियमानुसार छग भण्डार क्रय नियम का पालन भी नही हुआ है।
ज्ञापन सौंपने वालो के द्वारा कलेक्टर को इस बात से अवगत कराया गया, कि इन कामो में अत्यंय ही अनिमितता बरती गई है। जिससे जिले के सीएसआर मद का दुरुपयोग हो रहा है। साथ ही मांग की गई कि ड्राइंग स्टिमेन्ट में अनुरूप जांच कर दोषियों पर जल्द से जल्द कार्यवाही करे। अन्यथा विभिन्न संगठनों के द्वारा उग्र आंदोलन किया जाएगा। ज्ञापन सौंपने वालों में शुभम अग्रवाल, मिन्टू सिंह, रिंकू राजपूत व अन्य मौजूद थे।