बिलासपुर के हिर्री थाना क्षेत्र के पास रायपुर बिलासपुर नेशनल हाईवे पर रविवार की दोपहर बड़ा सड़क हादसा हुआ, जिसमें जांजगीर निवासी एक महिला समेत कार चालक की मौत हो गई है। वहीं एक्सीडेंट में घायल उसके पति और कार सवार 2 लोगों को सिम्स अस्पताल भेजा गया है। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज हिर्री पुलिस ने अपनी जांच शुरू कर दी है।
रविवार दोपहर 1:30 बजे रायपुर बिलासपुर नेशनल हाईवे पर तेज रफ्तार कार अचानक अनियंत्रित हो गई। कार का कंट्रोल ऐसा बिगड़ा कि वह डिवाइडर तोड़ते हुए दूसरी तरफ जा पहुंची। डिवाइडर तोड़ने से पहले कार ने अपने थोड़ा आगे चल रही बाइक को टक्कर मार दी। बाइक पर संतोषी बाई यादव (28) और रतन लाल यादव (31) रायपुर की ओर जा रहे थे। हादसा इतना भीषण था कि इस एक्सीडेंट में कार चला रहे प्रियांशु तिवारी (35) की मौके पर ही मौत हो गई।
वहीं इस हादसे के बाद घायल संतोषी बाई, उनके पति और कार में बैठी प्रियांशु की मां मंजू तिवारी (55) बहन श्रेया तिवारी (25) को तत्काल सिम्स अस्पताल रवाना किया गया, लेकिन रास्ते में ही संतोषी बाई ने दम तोड़ दिया। कार का नंबर CG 12 R 5623 है । यह कोरबा का रजिस्ट्रेशन नंबर है, लिहाजा पुलिस ने वहां भी जानकारी भेजी है।
जानकारी के अनुसार मृतक संतोषी बाई और उनके पति जांजगीर-चांपा जिले के बरगावां निवासी बताए जा रहे है जो कि किसी काम के सिलसिले में बिलासपुर से रायपुर की तरफ जा रहे थे। इनकी पहचान उनके पास मौजूद आधार कार्ड से हुई। वहीं इस एक्सीडेंट में जान गंवाने वाले कार सवार कोरबा से रायपुर की तरफ जा रहे थे। हादसा हिर्री थाने से लगभग 100 मीटर की दूरी पर बिलासपुर रायपुर नेशनल हाईवे पर हुआ है।
हादसे की वजह कार का तेज रफ्तार में होना बताया जा रहा है। मौके पर मौजूद लोगों के मुताबिक ज्यादा स्पीड में होने की वजह से प्रियांशु ने अपना बैलेंस कार से खो दिया और हादसा हो गया। इस एक्सीडेंट में कार और बाइक दोनों पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है। वहीं मौके पर पहुंच कर पुलिस ने क्रेन बुलवाकर सड़क को क्लियर करवा दिया।
इस एक्सीडेंट में जान गवाने वाले कार चालक प्रियांशु के पिता बालमुकुंद तिवारी (58) कोरबा के बिजली विभाग में नौकरी करते हैं। उन्होंने बताया कि उनका परिवार रायपुर स्थित उनके दूसरे घर जा रहा था। लेकिन बीच रास्ते में यह हादसा हो गया। उन्होंने बताया उनकी पत्नी मंजू और बेटी श्रेया सुरक्षित है लेकिन घायल हैं, लिहाजा बेहतर इलाज के लिए वह दोनों को रायपुर के निजी अस्पताल में लेकर जा रहे है।