अम्बिकापुर.. सरगुजा जिले में काम कर रही है एक सडक निर्माण कंपनी अब अवैध रूप से रेत बेंचने का काम भी करने लगी है.. छत्तीसगढ मे रेत माफियाओ की सक्रियता और रेत से होने वाली गाढी कमाई की कहानी सब को पता है.. शायद यही वजह है कि खनिज विभाग औऱ एनजीटी के नियमो को दरकिनार कर सडक निर्माण कंपनी के संचालक अब रेत का अवैध कारोबार करने लगे है.. मामला जिले के लखनपुर और उदयपुर इलाके का है.. जहां से रेत का उत्खनन करके रेत की खेप उत्तरप्रदेश के रेत माफियाओ तक पहुंचाई जा रही है..
वर्ष 2018 से सरगुजा के शिवनगर से अम्बिकापुर तक के सडक निर्माण का काम कोरबा की ड्ही ब्ही कंपनी को मिला था.. शिवनगर से अम्बिकापुर तक 52 किलोमीटर की सडक का काम तो बीते 36 महीनो में भी पूरा नहीं हो सका है.. लेकिन कंपनी ने सडक निर्माण के जगह दूसरा धंधा शुरु कर दिया है.. जो इन दिनो जमकर फल फूल रहा है.. प्रदेश के एक पूर्व सासंद के बेटे की इस कंपनी के खास कर्मचारियो ने रेत का अवैध धंधा शुरु कर दिया है… वैसे इस कंपनी को सडक निर्माण के लिए कुछ ट्रक बालू निकालने की अनुमति खनिज विभाग द्वारा मिली है.. लेकिन उसी की आड मे कंपनी के लोग बारिश के दिनो मे नदी मे प्रोकलेन और जेसीबी मशीन लगाकर दर्जनो ट्रक रेत भर रहे हैं… और रेत की ये खेप दिन मे कंपनी के कंवरगिरी वाले यार्ड मे डंप होती है.. फिर रात के अंधेरे मे ये रेत उत्तरप्रदेश पासिंग के बडे-बडे ट्रको से उत्तरप्रदेश के रेनूकूट, राबर्टसगंज, बनारस और अन्य स्थानो के लिए रवाना हो जाती है…
जानकारी के मुताबिक नेशनल ग्रीन ट्र्यूबनल (NGT) के निर्देश पर 15 जून से 15 अक्टूबर तक नदियो या किसी भी जलाशय से रेत का किसी भी प्रकार का उत्खन्न बंद रहता है… बावजूद उसके बेखौफ निर्माण कंपनी के लोग दिन के उंजाले से रात के अंधेरे तक 24 घंटे रेत का अवैध कारोबार करने मे लगे हैं… इतना ही नहीं ये रेत से भरी ट्रक जब कंपनी के यार्ड या नदी घाट से सडक पर निकलती है.. तो सरगुजा से उत्तरप्रदेश की सीमा से लगे प्रदेश के बलरामपुर तक के कोई खनिज अधिकारी और पुलिस अधिकारी के साथ प्रशासनिक अधिकारी हाथ तक नहीं देते हैं….
रविवार को इस अवैध उत्खन्न को लेकर छत्तीसगढ जनता कांग्रेस के कार्यकर्ताओ ने रेत घाट पर जाकर इसका विरोध किया और इसकी शिकायत पुलिस औऱ प्रशासन के साथ खनिज विभाग के अधिकारियो दी… पर उसके बावजूद रेत से भरी सभी ट्रक घाट से निकलकर लखनपुर शहर तक पहुंच गई.. और जब कार्यकर्ताओ ने लखनपुर मे इन ट्रको को रूकवाकर कार्यवाही की गुहार लगाई.. तो पुलिस से लेकर खनिज विभाग के कोई भी अधिकारी रेत के इस अवैध कारोबार पर कार्यवाही करने से बचते रहे..
जानकारी के मुताबिक जब कंवलगिरी गांव के ग्रामीण औऱ जनता कांग्रेस के कार्यकर्ता रेत घाट पहुंचे .. तो उस वक्त करीब 14 भरे और खाली ट्रक के साथ प्रोकलेन मशीन मौके पर थी.. जिसका बाकयदा वीडियो रिकार्डिंग भी किया गया है… इस दौरान कर्ई ट्रक वालो के बयान भी सामने आए है.. जिसमे से किसी ने कहा रेत यूपी ले जा रहे है.. तो किसी ने कहा कि बनारस के विधायक की गाडी इसे यूपी ले जाया जा रहा है… लेकिन सबसे हैरान कर देने वाली बात है कि अवैध तरीके से रेत का परिवहन करने वाले अधिकांश ट्रक ड्रायवरो के पास जो पिट पास था… वो रायपुर जिले के अभनपुर इलाके के किसी रेत घाट का था… मतलब साफ है कि पूरे मामले मे खनिज विभाग की नाक के नीचे फर्जी पिट पास का भी इस्तेमाल किया जा रहा है… जो कानून अपराध की श्रेणी मे आता है….
“इस मामले को लेकर जब हमने इलाके के एसडीएम अनिकेत साहू से बात की तो उन्होने कहा कि उन्हे इस मामले की जानकारी नहीं है.. पर उन्होने कहा कि आप के माध्यम से ये जानकारी मिली है.. मै अपने तहसीलदार या नायब तहसीलदार को भेज कर मामले की जांच करा लेता हूं…”
• अनिकेत साहू, एसडीएम, उदयपुर