रांची। बाल सुधार गृह या फिर अय्याशी का अड्डा, ये सवाल इसलिए उठा है क्योंकि बाल सुधार गृह में शराब पार्टी मनाते बाल कैदियों का वीडियो वायरल हुआ है। इससे पता चलता है कि रांची के डुमरदगा स्थित बाल सुधार गृह नाबालिगों को अपराध की राह से अलग करने के लिए नहीं बल्कि उन्हें अपराध की तालीम देने के लिए बना है।
रांची के डुमरदगा स्थित बाल सुधार गृह का एक वीडियो वायरल हुआ है। इस वायरल वीडियो में बाल सुधार गृह में रह रहे नाबालिग शराब-सिगरेट सहित अन्य तरह का नशापान करते नजर आ रहे हैं। दरअसल एक पार्टी का आयोजन बाल सुधार गृह में किया गया था। जिसमें नागपुरी गीत के साथ नाबालिग नशा करते नज़र आए। इस दौरान उन्हें रोकने या टोकने वाला कोई मौजूद नहीं था। जो व्यवस्था पर सवाल उठता है।
एसडीएम उत्कर्ष गुप्ता का कहना है कि पूरे मामले को लेकर एक जांच टीम का गठन किया जाएगा और तथ्यों की बारीकी से जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। सिटी एसपी सौरभ ने कहा कि कुछ कमियां सामने आई है जिसकी जांच की जा रही है ताकि भविष्य में इस तरह की बातें सामने न आए।
वीडियो वायरल होने के बाद झारखंड संप्रेक्षण गृह के नोडल अफसर सहित तमाम अधिकारी पहुंचे और मामले की तफ्तीश की। इस छापेमारी में कई आपत्तिजनक सामान बरामद हुए। मामले की जानकारी देते हुए नोडल अधिकारी कर्नल जेके सिंह ने पूरे मामले पर सफाई पेश की और कहा कि बाल सुधार गृह के इस प्रकरण की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि बाल सुधार गृह से कोई भी नाबालिग अपराध की दुनिया में कदम नही रखे, ये प्रयास किया जा रहा है।
ये वायरल वीडियो बाल गृह से पिछले दिनों रिहा हुए एक नाबालिग के द्वारा बनाई गई। जो अब वायरल हो रहा है। जानकारी के मुताबिक बाल सुधार गृह में ये पार्टी 3 मई को हुई थी और उसी दिन का ये वीडियो है। बहरहाल मामले की तफ्तीश जारी है। लेकिन बड़ा सवाल ये है कि आखिर हर बार बाल सुधार गृह से अव्यवस्था की बाते सामने आती हैं। लेकिन हर बार जांच के नाम पर कमिटी बनाकर लीपापोती कर दिया जाता है।