ड्यूटी जाने के लिए प्रेमनगर से शंकरगढ़ निकला था
अम्बिकापुर
घर से शंकरगढ़ स्वास्थ्य केन्द्र ड्यूटी जाने के लिए निकला वार्ड व्याय लगभग डेढ़ वर्ष से लापता है। लगभग 9 माह बाद परिजनों को पता चला की वह ड्यूटी नहीं जा रहा है तो अपने स्तर से जांच प्रड़ताल कर परिजनों ने मणिपुर पुलिस सहायता केन्द्र में लिखित शिकायत दी। शिकायत पर पुलिस ने मामले को सही पाये जाने पर गुमइंसान का मामला दर्ज कर जांच की कार्यवाही शुरू कर दिया है।
जानकारी के अनुसार सूरजपुर जिला के प्रेमनगर निवासी प्रहलाद तिवारी पिता स्व. प्रदूमन तिवारी 44 वर्ष साल 1989 में पिता जो कि प्रेमनगर स्वास्थ्य विभाग में वाहन चालक के पद पद पदस्थ थे और ड्यूटी परेड में ही निधन हो जाने पर उसे अनुकंपा नियुक्ती के तौर पर वार्ड व्याय पद पर जिला चिकित्सालय में पदस्थ किया गया। जहां लगभग 4-5 साल ड्यूटी किया। इस बीच प्रहलाद तिवारी जो शराब पीने का आदि था, वह भाथूपारा निवासी शांति किस्पोट्टा के यहां अधिकांश आने जाने लगा और बाद में शांति के साथ पति पत्नी की तरह रहने लगे। जिला चिकित्सालय से प्रहलाद का स्थानांतरण प्रेमनगर हो गया था। जहां वह घर से ही प्रेमनगर स्वास्थ्य केन्द्र ड्यूटी करने जाता इस दरमियान भाथूपारा निवासी शांति एक दो बार उसके घर भी गई। प्रेमनगर में लगभग 3-4 साल बाद उसका तबादला शंकरगढ़ स्वास्थ्य केन्द्र में हो गया था। प्रहलाद कभी कभार शांति के घर में आकर रहने के साथ अम्बिकापुर से शंकरगढ़ ड्यूटी करने भी जाता था। जुलाई 2014 को वह अपने घर प्रेमनगर गया जहां लगभग 15 दिन रहने के बाद मां शैल तिवारी को यह कहकर निकला की वह अम्बिकापुर शांति के पास पैसा लेकर शंकरगढ़ ड्यूटी करने चला जायेगा। जिसके बाद प्रहलाद का सम्पर्क अपने परिवार से नहीं हुआ तो परिजन यही सोचते रहे की वह शंकरगढ़ में ड्यूटी कर रहा है। लेकिन 17 अपै्रल 2015 को शंकरगढ़ स्वास्थ्य केन्द्र के बीएमओ के यहां से नोटिस आया कि वार्ड व्याय बीना बताये ड्यूटी पर नहीं आ रहा है। जिस पर परिजनों ने अपने स्तर से प्रहलाद की खोजबीन करना शुरू कर दिया। परिजनों को पता चला की वह प्रेमनगर से आने के बाद अम्बिकापुर गांधीनगर निवासी संदीप ठाकुर जो अपने जीजा के साथ उसे भाथूपारा छोड़कर गये। परिजन भाथुपारा निवासी शांति से अपने पुत्र के संबंध में पता किया तो शांति ने बताया की वह प्रहलाद से लगभग डेढ़ साल से नहीं मिला है। जिस पर परिजनों ने घटना की लिखित शिकायत 8 सितम्बर को मणिपुर पुलिस सहायता केन्द्र में दी। शिकायत पर पुलिस ने प्रहलाद के लापता हो जाने का मामला सही पाये जाने पर गुमइंसान का मामला दर्ज कर जांच की कार्यवाही शुरू कर दिया है।