दुनिया कोरोना महामारी से त्रस्त है। इस वायरस के संक्रमण की दर तेजी से बढ़ गई है। महामारी से बचाव का सिर्फ एक ही तरीका है मास्क लगाना और संक्रमित व्यक्ति से दूरी। अगर कोरोना से बचना है तो संक्रमित शख्स से दूर रहना ही बचाव का तरीका है। कोरोना से बचाव के लिए कई देशों में लॉकडाउन लगा है। इस बीच जिन देशों में अभी भी फ्लाइट्स की सेवा चालू है, वहां भी प्रॉपर जांच और कोरोना की रिपोर्ट देखकर ही ट्रेवल करने की अनुमति दी जा रही है। इस जांच से गुजरकर ही दिल्ली एयरपोर्ट से होंग-कोंग के लिए 118 यात्री रवाना हुए थे। जब सभी फ्लाइट में बैठे थे, तो उनकी रिपोर्ट नेगेटिव थी। लेकिन 9 घंटे की फ्लाइट में इनमें से 52 यात्री कोरोना संक्रमित हो गए।
4 अप्रैल को विस्तारा फ्लाइट से 118 यात्रियों ने दिल्ली से होंग-कोंग के लिए उड़ान भरी थी। उड़ान से पहले सभी यात्रियों की कोरोना रिपोर्ट चेक की गई। इसमें सभी की रिपोर्ट नेगेटिव थी। इसी के बाद उन्हें यात्रा करने की अनुमति दी गई। फ्लाइट ने दिल्ली से उड़ान भरी और 9 घंटे में सभी होंग-कोंग पहुंचे। यहां भी दुबारा यात्रियों की कोरोना जांच की गई। इसमें 52 यात्री की रिपोर्ट पॉजिटिव आई।
भारत से होंग-कोंग पहुंचते-पहुंचते रास्ते में ही 118 यात्रियों में से 52 कोरोना से संक्रमित हो गए। इससे सभी अचंभित हैं कि आखिर कैसे फ्लाइट में ही सभी संक्रमित हो गए? इसे लेकर होंग-कोंग अथॉरिटी ने बताया कि कोरोना संक्रमण का पता 72 घंटे बाद होता है। ऐसे में सभी शायद एयरपोर्ट पर संक्रमित हुए होंगे। या फिर भारत में होने वाले टेस्ट में ही खामी होगी। इस वजह से रिपोर्ट में संक्रमण का पता नहीं चला। पता तब चला जब सभी को होंग-कोंग में क्वारेंटाइन किया गया।
भारत में कोरोना की दूसरी लहर ने तबाही मचा दी है। वायरस के म्युटेंट फॉर्म की वजह से ये ज्यादा जानलेवा बन गया। ऐसे में कई देश अब भारत के यात्रियों को बैन कर रहे हैं। मालदीव्स ने भी अब इंडियन टूरिस्ट्स को बैन कर दिया है। जहां अभी भारतीय यात्रियों को जाना है, वहां उन्हें अब 14 दिन के के क्वारेंटाइन किया जाएगा।