अम्बिकापुर..(सीतापुर/अनिल उपाध्याय).. कोरोना संकटकाल में पूरे प्रदेश को अपनी चपेट में लेने वाले कोरोना महामारी से निपटने में विफल प्रदेश सरकार के विरुद्ध प्रदेशव्यापी अभियान के तहत भाजपाइयों ने धरना-प्रदर्शन किया। कोविड-19 के तहत जारी प्रोटोकॉल का पालन करते हुये भाजपाइयों ने घर के बाहर पार्टी का झंडा लगाकर भूपेश सरकार के विरुद्ध हाथों में तख्तियां लिए हुये विरोध प्रकट किया। प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर आयोजित सांकेतिक धरना-प्रदर्शन में भाजपाइयों ने काँग्रेस सरकार की अकर्मण्यता एवं लचर स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि एक ओर प्रदेश की जनता कोरोना महामारी से जूझ रही थी वही प्रदेश के मुखिया असम में चुनाव प्रचार करने में व्यस्त थे। प्रदेश सरकार में ढाई-ढाई साल को लेकर जारी खींचातानी की वजह से मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री के बीच ठन गई है जिस वजह से प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था बुरी तरह चरमरा गई है। जिसका खामियाजा प्रदेश की भोली भाली जनता को अपनी जान देकर चुकानी पड़ रही है।
भाजपाइयों ने प्रदेश सरकार पर आपदा में अवसर तलासने का आरोप लगाते हुए कहा कि एक ओर जनता कोरोना महामारी से कराह रही है वही दूसरी ओर प्रदेश सरकार रेमेडेशिविर इंजेक्शन खरीदी की आड़ में करोड़ो का वारा न्यारा कर रही है। धरना प्रदर्शन में बैठे भाजपाइयों ने भूपेश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि प्रदेश सरकार कोरोना संकटकाल में महामारी पर रोकथाम में पूरी तरह विफल रही है और जनता को भगवान भरोषे छोड़ दिया है। प्रदेश की जनता इलाजे के अभाव में दम तोड़ रही है और सरकार हाथ पर हाथ धरे लोगो को मरता देख रही है। ऐसी निकम्मी सरकार को कोरोना महामारी पर रोकथाम में विफल होने पर नैतिक जिम्मेदारी लेते हुये इस्तीफा दे देना चाहिये।
इस दौरान मंडल अध्यक्ष श्रवण दास, प्रभात खलखो, राजकुमार गुप्ता, रोशन गुप्ता, नीरू मिस्त्री, विनोद अग्रवाल, सविता कंसारी, आर डी चौहान, आदित्य अग्रवाल, इलू गुप्ता, संजय गुप्ता, शब्बीर कादरी समेत काफी संख्या में भाजपाइयों ने घर के बाहर हाथों में तख्तियां ले भूपेश सरकार के विरुद्ध धरना-प्रदर्शन किया।