अम्बिकापुर..(सीतापुर/अनिल उपाध्याय).. सर्व आदिवासी समाज द्वारा लालबहादुर शास्त्री स्टेडियम में आयोजित विराट करमा महोत्सव में बतौर मुख्य अतिथि पधारे क्षेत्रीय विधायक एवं खाद्य एवं संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि करमा एक नृत्य ही नही बल्कि आदिवासी समाज के प्राचीन परंपरा का एक जीवंत प्रमाण है। यह हमारे लिए बड़े गर्व की बात है कि इस आधुनिकता के दौर में भी हम अपने इस सनातन परंपरा को जीवित और अक्षुण्य बनाये रखे है।
संबोधन के दौरान खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने करमा नृत्य प्रतियोगिता में भाग लेने आये करमा नर्तक दल का नृत्य देख अपने आप को नही रोक सके और मंच पर ही कुँड़ुख़ भाषा में करमा गीत गाते हुये नृत्य कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस दौरान उनका पूरा साथ पूर्व विधायक प्रो० गोपाल राम ने दिया। खाद्यमंत्री ने कहा कि हमारी सांस्कृतिक विरासत काफी समृद्ध है जिसे हमें सहेज कर रखना है ताकि भावी पीढ़ी भी इसे अपना सके। उन्होंने कहा कि करमा नृत्य आदिवासियों के धर्म उपासना और आस्था का प्रतीक है जो हमारे रग-रग में बसा हुआ है और हम अपने आराध्य की उपासना के दौरान पूरी आस्था के साथ करमा पूजा एवं नृत्य करते है ताकि वो आपदा विपदा संकट परेशानी से सब की रक्षा करें।
इस दौरान खाद्यमंत्री ने मंच से घोषणा करते हुये कहा कि अब करमा, सुगा एवं शैला नृत्य दल का संस्कृति विभाग में पंजीयन कराते हुये उनके खाते में सीधे संस्कृति विभाग द्वारा अनुदान राशि जमा कराया जायेगा ताकि वो अपने जरूरत की हर चीज पूरी सके। इस अवसर पर खाद्यमंत्री ने करमा महोत्सव 2019 में शामिल करमा नर्तक दल के 50 दलो को 10-10 हजार का प्रोत्साहन राशि प्रदान करते हुये कहा कि जिन्हें नही मिला है वो मायूस न हो अगले क्रम में उनकी बारी है।
अंत मे खाद्य मंत्री ने मंच में जय अंबे ग्रुप के अशोक अग्रवाल के सौजन्य से आयोजित कंबल वितरण कार्यक्रम के तहत पहाड़ी कोरवाओं को कंबल प्रदान किया। कार्यक्रम का संचालन शिक्षक शिवभरोष बेक एवं आभार प्रदर्शन बिगन राम अध्यक्ष आदिवासी ब्लॉक काँग्रेस ने किया।
इस अवसर पर जनपद उपाध्यक्ष शैलेष सिंह, नगर पंचायत अध्यक्ष प्रेमदान कुजूर, उपाध्यक्ष परमेश्वर गुप्ता, ब्लॉक काँग्रेस कमेटी अध्यक्ष तिलक बेहरा, मंत्री प्रतिनिधि गणेश सोनी, संदीप गुप्ता, रामप्रताप गोयल, धरमपाल अग्रवाल, अशोक अग्रवाल, सुनील मिश्रा, शिव गुप्ता, मनीष गुप्ता, मंटू गुप्ता, जमुना यादव, मतलूब आलम, बदरुद्दीन इराकी, रामकुमार गुप्ता, शरद गुप्ता, राजेश गुप्ता, अम्बिकापुर से अतुल सिंह, इरफान सिद्दकी, सुरेंद्र चौधरी, शिवप्रसाद अग्रहरी, समेत प्रो० गोपाल राम, मुन्ना टोप्पो, प्रो० एस के टोप्पो, नोहर साय तिर्की, सुखदेव भगत, सुलेमान कुजूर, रमेश बड़ा, चूंठु खलखो, के०के० सिंह पैंकरा, लखन सिदार, सुशील सिंह आदि उपस्थित थे।