रायपुर। बीजापुर जिले के नक्सल प्रभावित कुछ पंचायतों की शासकीय उचित मल्य की दुकानों को नजदीकी पुलिस बेस कैम्पों में संचालित किया जा रहा था। इन पंचायतों के ग्रामीणों को राशन लेने काफी दूर पैदल चलकर राशन दुकान जाना पड़ा रहा था। स्थानीय निवासियों की मांग पर राज्य शासन द्वारा त्वरित संज्ञान में लेते हुए इन सभी पंचायतों की दुकानों को उनके मूल पंचायतों में ही संचालित करने के निर्देश दिए गए है।
इन पंचायतों के निवासियों को फरवरी माह से ही अब अपने पंचायतों में ही राशन मिलेगा। अब ग्रामीणों को राशन लेने में आ रही परेशानियों से निजात मिलेगी। इसके लिए ग्रामीणों ने राज्य शासन की इस पहल के लिए आभार व्यक्त किया।
गौरतलब है बीजापुर जिले में कुछ पंचायतों की राशन दुकान नक्सल प्रभावित क्षेत्र में होने के कारण नजदीकी पुलिस बेस कैम्पों में संचालित की जा रही थी, जिसमें विकासखंड बीजापुर के कैका एवं कडेर के ग्रामीण उचित मूल्य दुकान बेस कैम्प नैमेड़ जाकर राशन लेते थे।
इसी प्रकार कादुलनार के ग्रामीण चिन्नाकवाली के बेस कैम्प में राशन लेने जाते थे। विकासखण्ड उसूर के ग्राम तर्रेम चिपुर भट्ठी की दुकान बेस कैंप बासागुड़ा में संचालित होता था, सेमलडोजी, यंगपल्ली एवं लंकापल्ली के ग्रामीणों को राशन लेने बेस कैम्प ईलमिड़ी जाना पड़ता था एवं पुसगुड़ी के ग्रामीण बेस कैम्प मोदकपाल में आकर राशन लेते थे। इन सभी राशन दुकानों को उनके मूल पंचायतों में ही अब शुरू कर दिया गया है।