अम्बिकापुर : 7 दिन के अल्टीमेटम से नहीं बनी बात, आज सातवें आसमान पर स्टूडेंट्स का आक्रोश, यूनिवर्सिटी में धरने पर बैठे सैकड़ों छात्र-छात्राएं

अम्बिकापुर। राजमोहनी देवी शासकीय कन्या महाविद्यालय की छात्राओं ने आज एक बार फिर संत गहिरा गुरू विश्वविद्यालय की ओर कूच किया और प्रशासनिक भवन कैंपस के भीतर प्रबंधन के रवैये के खिलाफ प्रदर्शन किया. गौरतलब है कि इन छात्राओं ने एक सप्ताह पूर्व प्रबंधन से मिलकर ये मांग की थी कि उनको फाइनल परीक्षा मे बेवजह फेल या अपसेंट किया गया है. जिसमे सुधार कर छात्राओं को पास किया जाए..

आज से सप्ताह भर पहले अम्बिकापुर के राममोहनी देवी शासकीय कन्या महाविद्यालय की अधिकांश छात्राएं अपने परीक्षा परिणाम से नाराज होकर सरगुजा विश्वविद्यालय प्रबंधन से मुलाकात की थी. जिस दौरान उन्होंने बताया था कि कोविड के कारण परीक्षा नही हो सकी.. जिसके एवज मे गर्ल्स कालेज प्रबंधन के द्वारा उनसे एसाइऩमेंट जमा करने को कहा था. सभी छात्राओं ने एसाइनमेंट की हार्ड और शाफ्ट कॉपी जमा भी कराई. लेकिन फिर भी अधिकांश छात्राओं को या तो फेल कर दिया गया या फिर अपसेंट और ग्रेस दे दिया गया. जिसके बाद छात्राओं ने विश्वविद्यालय प्रबंधन को नतीजे सुधारने के लिए एक सप्ताह का एल्टीमेटम दिया था. लेकिन एक सप्ताह मे भी कोई सही परिणाम नहीं मिला. तो छात्राओं ने आर पार की लडाई लडने का मूड बनाकर आज विश्व विद्यालय के प्रशासनिक भवन का घेराव कर धरना प्रदर्शन कर दिया.

हमारा 27 जनवरी को रिजल्ट आया, जो अच्छा नहीं है। टीचर्स के द्वारा मांगा गया था कि असाइनमेंट जमा करो, जिसपर हमने ई-मेल और कार्यालय में उत्तरपुस्तिका जमा किया था। फ़िर भी ज्यादातर हिंदी और इंग्लिश में एबसेंट कर दिया गया है। बहुत बच्चों को फेल कर दिया गया है। हमारी मांग है कि रिजल्ट जल्दी से सुधारा जाए।

प्रियंका मिश्रा, छात्रा, बीएससी प्रथम वर्ष, गर्ल्स कॉलेज

हमारा रिजल्ट बहुत घटिया है। हम इससे असंतुष्ट है। हम चाहते है कि हमे पास किया जाए। प्रमोशन दिया जाए।

शीतल ठाकुर, छात्रा बीए प्रथम वर्ष, गर्ल्स कॉलेज, अम्बिकापुर

इधर अपने भविष्य की लडाई के लिए छात्राओं की जागरूकता और आक्रोश को देखकर विश्वविद्यालय प्रबंधन इनके सामने आने से बच रहा है. हालांकि कुछ छात्र संगठन की सक्रियता के कारण छात्राओं के इस संघर्ष की धार तेज होती नजर आ रही है.

हमारे द्वारा सात दिन पूर्व ज्ञापन देकर मांग किया गया था। 250 बच्चों को फेल कर दिया गया है उन्हें पास कर दिया जाए। या कुछ आश्वासन दिया जाए कि इतने अंतराल में सभी को पास कर दिया जाए। लेकिन हमे 7 दिन में कुछ आश्वासन नहीं मिला ना छात्रों को पास किया गया। इसी कारण आज धरना प्रदर्शन पर बैठे है। विश्वविद्यालय के प्रशासनिक अधिकारी छात्र एकता से डर कर ज्ञापन लेने के लिए उपस्थिति नहीं हो पा रहे हैं। जब तक कोई उचित आश्वसन नही दिया जाता तब तक धरना प्रदर्शन पर बैठेंगे।

रचिन मिश्रा, जिला अध्यक्ष, आजाद सेवा संघ, सरगुजा

दरअसल छात्राओं की य़े समस्या गंभीर इस लिए भी है कि एक दो छात्राओं को छोडकर सभी छात्राओं के नतीजे फेल और अनुपस्थित वाले कैसे हो सकते हैं. और अगर ऐसा है भी तो फिर इनके खराब नतीजों के लिए जिम्मेदार विश्वविद्यालय प्रबंधन आखिर सामने आकर बेवाकी से अपना पक्ष क्यों नहीं रख रहा है…