अम्बिकापुर. शहर के गांधीनगर निवासी गायत्री साहू ने 30 नवंबर को अपने पति रामकृपाल साहू की गुमशुदगी की रिपोर्ट थाने में दर्ज करायी गई थी. इस पर गांधीनगर थाना में गुम इंसान क्रमांक 69/2020 दर्ज कर, पतासाजी के लिए पुलिसकर्मी गुम इंसान रामकृपाल साहू के पुत्र सत्यम साह के साथ ग्राम खलिबा गए. घटनास्थल रामकृपाल साहू के खेत के पास रवाना होकर आस पास के गवाहो से पूछताछ करने पर बताये कि 30 नवंबर को दोपहर करीब 2:00 बजे रामकृपाल साहू, अपने खेत का धान कटवाने आया था. उसे ग्राम खलिबा के गंगा राम चेरवा, कोन्दा, बतिया तीनों आकर मारपीट कर जबरन मोटर सायकल में बैठाकर ले गये थे.
पतासाजी करते हुए रमेशपुर में पता चला कि एक मोटर सायकल में 04 लोग 30 नवंबर को द्वारिकानगर हन्डाभाडा जंगल की ओर गये थे. एक आदमी जो बीच में बैठा था. उसका पैर जमीन में घसीटा रहा था. उसे पीछे बैठा आदमी उसके मुंह को दबाकर रखा था. सूचना अनुसार द्वारिका नगर हण्डा भाडा जगल में जाकर सर्चिंग किया गया, जो जंगल में सरई पेड के नीचे एक छोटे गड्ढे में गुम इंसान रामकृपाल साहू का शव पड़ा मिला. शव को देखकर सत्यम साहू, द्वारा अपने पिता रामकृपाल साहू का शव होना बताया गया. गुम इंसान को मृत हालत में दस्तयाब किया गया.
गुम जांच पर पाया गया कि आरोपीगण गंगा राम चेरवा, कोन्दा, बतिया तीनों के द्वारा एक राय होकर रामकृपाल साहू को मारपीट कर हत्या कर जंगल में लाकर छोटे गढढे में फेक दिया गया. गुम जांच पर धारा 365, 302, 201, 34 भादवि का अपराध घटित करना पाये जाने से आरोपियों के विरुद्ध धारा सदर का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया.
सरगुज़ा एसपी, एएसपी के निर्देशन एवं नगर पुलिस अधीक्षक अधीक्षक के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी निरीक्षक अनुप एक्का के नेतृत्व थाना से टीम गठित कर फरार आरोपियों का पतासाजी किया गया. आरोपीयो के मिलने के संभावित स्थानों पर लगातार दबिश दी गयी तथा पता तलाश के लिए मुखबिर तैनात की गई थी, फरार आरोपी लगातार अपना जगह बदल-बदल कर निवास कर रहे थे.
तभी पतासाजी के दौरान सूचना मिला की उक्त फरार आरोपी में से गंगा राम ऊर्फ चमन चैरवा ग्राम दशेरा से 20 किलोमीटर दूर दुर्गम पहाड़ी में नीलकंठ धाम पुलिस चौकी रामगढ जिला कोरिया में छिपा है. सूचना मिलने पर तत्काल थाना से पूर्व में गठित टीम का वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना से अवगत कराकर रवाना किया गया, जो आरोपी गंगा राम ऊर्फ चमन चेरवा ग्राम दशेरा नीलकंठ धाम चौकी रामगढ़ कोरिया में छुपा मिला. जहां आरोपी गंगा बैगा बनकर रह रहा था. जिसे हिरासत में लेकर अन्य आरोपियों के सबंध में पुछताछ किया गया, जो आरोपी बृजेश ऊर्फ बतिया चैरवा एवं कृष्णा ऊर्फ कोन्दा मानिकपुरी को ग्राम सुलसुली थाना भिकुण्ठा जिल्ला बलरामपुर में छिपा होना बताने पर तत्काल उक्त स्थनों पर जाकर पतातलाश कर हिरासत में लिया गया है तथा उक्त सभी आरोपियों से घटना के सबंध में पुछताछ करने पर जुर्म स्वीकार किया गया है. जिससे आरोपियों को गिरफ़्तार कर न्यायालय में रिमाण्ड पर भेजा गया.
उक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी निरीक्षक अनुप एक्का, सहा. उप निरीक्षक विनय सिंह, प्रधान आरक्षक शत्रुधन सिंह, आरक्षक अमृत सिंह का सराहनीय योगदान रहा है.
सरगुज़ा एसपी तिलक राम कोशिमा ने इस मामले को सुलझाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले गांधीनगर पुलिस टीम को 5000/- रुपये नगद ईनाम देने की घोषणा की है!