सूरजपुर. कोरोना महामारी के बीच अब बर्ड फ्लू भी तांडव मचा रहा हैं. बर्ड फ्लू के कहर को देखते हुए केंद्र समेत राज्य सरकारों ने भी इसे लेकर अलर्ट जारी किया गया हैं. जिसे ध्यान में रखते हुए सूरजपुर जिले के पशु चिकित्सा विभाग मुर्गियों में होने वाला बर्ड फ्लू के बारे में मुर्गीपालन करने वाले एवं अन्य लोगों को सचेत करते हुए जागरूक कर रहे हैं. बर्ड फ्लू अति संक्रामक रोग है जिसे एवियन इन्फ्लूऐन्जा या फाउल प्लेग भी कहा जाता है. यह रोग इन्फ्लूऐन्जा-ए वायरस से होता है जो 100 प्रतिषत् मृत्यु दर कर सकता है.
कुक्कुट की सभी प्रजातियों के साथ-साथ प्रवासी पक्षियों से भी संक्रमण होने से यह रोग फैलता है. वायरस से रोगी पक्षी के लार नाक, आंख के स्त्राव व बीट में पाया जाता है. यह रोगी पक्षी के सीधे सम्पर्क में आने या उसके स्त्राव के सम्पर्क में आये व्यक्ति, आहार, पानी तथा अन्य उपकरणों से भी रोग फैलता है. इससे बचने के लिए कुक्कुट फार्म में उचित प्रबंधन (मौसम अनुसार) समय पर टीकाकरण, स्वच्छता (कीटाणुनाषन) की प्रक्रिया अपनाकर रोग मुक्त मुर्गीपालन से अधिकाधिक लाभ हो सकता है। इसके लिए यह आवश्यक है कि अधिक से अधिक लोगों को इसके संबंध में जागरूक किया जाये और सावधानीपूर्वक सचेत होकर कुक्कुट फार्म या इससे संबंधित अन्य क्षेत्रों में काम किया जाये.