• स्मार्ट सिटी से शहर के मुख्य मार्गों का विधुत तार हो अंडरग्राउण्ड
• अपव्यय के बजाय स्मार्ट सिटी के 100 करोड़ बिजली के तार अंडरग्राउंड कार्य में खर्च हो
रायपुर. भाजपा विधायक एवं पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने स्मार्ट सिटी के पैसों को अनुउपयोगी कार्यों में खर्च करने के बजाय रायपुर शहर के मूलभूत समस्या, बिजली, पानी, सड़क, यातायात के निराकरण में खर्च करने की आवश्यकता बताते हुए कहा कि रायपुर शहर के मुख्य मार्गों में बेतरतीब डिस्क वायर, केबल वायर्स, बिजली के तार जो मक्कड़जाल की तरह फैला हुआ है को अंडर ग्राउण्ड किया जाए. मालवीय रोड के साथ-साथ ही सभी मुख्य सड़कों को भी इस योजना में लिया जाना चाहिए.
श्री अग्रवाल ने कहा कि केन्द्र सरकार की स्मार्ट सिटी योजना के तहत रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड को मिले पैसो का जो भवन, भवनों के मरम्मत, थाना निर्माण, बेतरतीब सौंदर्यीकरण, जगह-जगह पेवर ब्लॉक लगाने, सायकल ट्रेक बनाने में खर्च किया जा रहा है. उसके स्थान पर स्मार्ट सिटी के 100 करोड़ रूपये से शहर के मध्य मालवीय रोड, जी.ई. रोड, सदर रोड, एम.जी. रोड, मौदहापारा रोड, शास्त्रीबाजार रोड, बैजनाथ पारा रोड, मोतीबाग रोड, छोटापारा रोड़, बूढ़ापारा रोड, पुरानी बस्ती रोड, स्टेशन रोड, रामसागर पारा तात्या पारा रोड को बिजली व अन्य तारों के जंजाल से मुक्त करने पर खर्च किया जाना चाहिए. इन तारों को अंडरग्राउण्ड कर शहर के इस मध्य मार्ग को सुंदर व व्यवस्थित बनाया जा सकता है, वही ट्रेफिक की समस्या भी बहुत हद तक दूर होगी।
श्री अग्रवाल ने कहा है स्मार्ट सिटी के बोर्ड की बैठक में भी यह मामला उठाया गया था, स्मार्ट सिटी के पैसे से शहर के मध्य मार्गों के वायर अंडरग्राउण्ड किया जावे।
श्री अग्रवाल ने कहा स्मार्ट सिटी का पैसों को ऐसे कार्यों में खर्च न किया जाए, जो अपव्यय के श्रेणी में आ रहा है. शहर के मध्य जो तारों का मक्कड़जाल फैला हुआ है, उसे अंडरग्राउण्ड करने सड़को को बिजली खम्बो से मुक्त करने स्मार्ट सिटी से 100 करोड़ रूपये खर्च किया जाना चाहिए.
बिजली के तारों को अंडर ग्राउंड करने व बिजली के खंभों के हट जाने से एक और जहां सड़कों की सुंदरता बढ़ेगी. वही यातायात भी सुगम होगा और सड़कें स्मार्ट दिखने लगेगी.