रायपुर। विधायक एवं संसदीय सचिव विकास उपाध्याय ने आज उनके कार्यकाल के दो वर्ष के अन्तराल में पश्चिम विधानसभा में हुए कार्यों का रिपोर्ट कार्ड प्रस्तुत करते हुए 200 करोड़ से भी ज्यादा के कार्यों का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा, छत्तीसगढ़ अपने कार्यकाल के दो वर्ष में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में लगातार विकास की ओर अग्रसर है। साथ ही उन्होंने कहा, वे पश्चिम विधानसभा के पूरे क्षेत्र को बचे तीन वर्षों में विकासशील से विकसित क्षेत्र की ओर ले जाएँगे।
विधायक एवं संसदीय सचिव विकास उपाध्याय आज अपने कार्यकाल के दो वर्ष पूर्ण होने पर प्रेस काॅन्फ्रेंस कर अपने विधानसभा क्षेत्र पश्चिम विधानसभा में किए दो वर्षों का पृथक से रिपोर्ट कार्ड प्रस्तुत करते हुए कहा, जिस जनता ने उन्हें चुनाव में जीत दिलाकर विधायक बनाया उनके लिए इन दो वर्षों में कौन से कार्य किए बताना उनका कर्तव्य है। विकास उपाध्याय ने कहा उनके कार्यकाल के इन दो वर्षों में उनका ध्यान मुख्य रूप से पश्चिम विधानसभा के लोगों की मूलभूत समस्या को लेकर ज्यादा केंद्रित रही और वे आज यह बताते गर्व महसूस कर रहे हैं कि वे यह करने बीते दो वर्षों में 80 प्रतिशत तक इसे सुलझाने सफल रहे। विकास उपाध्याय दो वर्ष के विकास कार्यों का लेखा-जोखा बकायदा एक पत्रिका प्रकाशित कर आंकड़ों के साथ प्रस्तुत किया है, जिसमें इन दो वर्षों में 200 करोड़ से भी ज्यादा के विकास कार्य किये जाने का आंकड़ा पेश किया है। विकास उपाध्याय प्रदेश के एकलौते विधायक हैं जो इस तरह का रिपोर्ट कार्ड प्रस्तुत कर आम जनता को स्वयं होकर उनके द्वारा किए गए कार्यों का विवरण दिया है। विकास उपाध्याय ने कहा, वे प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को भी अपना रिपोर्ट कार्ड प्रस्तुत करेंगे। साथ ही कांग्रेस हाई कमान से बहुत जल्द मुलाकात कर उनके द्वारा किए कार्यों का विस्तृत विवरण देंगे।
दो वर्ष में 200 करोड़ के विकास के कार्य हुए-
विकास उपाध्याय ने कहा बीते दो वर्ष में वे पश्चिम विधानसभा में 200 करोड़ से भी ज्यादा के विकास कार्य कराये। इसका आंकड़ों के साथ एक पत्रिका के माध्यम से आम जनता के लिए विमोचन भी किया गया है। वे इस पत्रिका को पूरे विधानसभा में एक-एक घर में पहुंचाएँगे।
मूलभूत समस्याओं को लेकर ध्यान केंद्रित रहा-
उन्होंने कहा आम जनता की मूलभूत समस्या का निदान सबसे पहले जरूरी होता है। उनका ध्यान इन दो वर्षों में इन्हीं मुद्दों पर केंद्रित रहा। पीने को स्वच्छ पानी, रोड, नाली, बिजली, साफ-सफाई के साथ-साथ विभिन्न समाज के लोगों को विकास के मुख्य धारा में जोड़ने काम किए। उन्होंने कहा इस बीच वे कई सामुदायिक भवन व चौंक-चैराहों का निर्माण कर समाज के मांगों एवं मंशा के अनुरूप कार्य करने गति लाई।
पूरे क्षेत्र को सी.सी.टी.वी. कैमरा से लैस किया गया-
विधायक विकास उपाध्याय ने बताया क्षेत्र के लोगों में सुरक्षा की भावना लाए जाने उन्होंने पूर क्षेत्र के महत्वपूर्ण 90 स्थानों पर सी.सी. टी.वी. कैमरा लगवाया। साथ ही पश्चिम विधानसभा में पहली पहल पुलिस मित्र को लेकर ‘‘संभव है…‘‘ कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
पूरे क्षेत्र का कई दौर में भ्रमण-
उन्होंने कहा वे बीते इन दो वर्षों में पूरे विधानसभा क्षेत्र के चप्पे-चप्पे का भ्रमण कर दौरा किया। कोई ये नहीं कह सकता कि जनप्रतिनिधि सिर्फ वोट मांगने चुनाव के वक्त आते हैं। वे उन जगहों में भी गए जहाँ पूर्व के मंत्री झाँकने तक नहीं गए।
पानी की व्यवस्था को लेकर सजगता-
विकास उपाध्याय ने बताया पश्चिम विधानसभा का कई क्षेत्र अब तक स्वच्छ पानी को लेकर उपेक्षित था। उन्होंने इन दो वर्षों में इसे प्राथमिकता से ध्यान देते हुए पीने के पानी को लेकर जहाँ 51 बोर कराए वहीं नलकूप की व्यवस्था भी की गई। कई क्षेत्रों में पाईप लाईन का विस्तारीकरण पिछले 30 सालों से लंबित था उसे पूरा कराकर लीकेज जैसी समस्याओं को भी दूर किया। वहीं भारत माता चैंक में पानी टंकी को राईजिंग लाईन से जोड़ा गया, जिससे बड़ा अशोक नगर, छोटा अशोक नगर, गुढ़ियारी, ठक्कर बापा वार्ड, शिवानंद नगर, खमतराई, गोकुल नगर, जागृति नगर, शितला पारा, सतनामी पारा, मुर्रा भट्ठी, पहाड़ी चैंक, तुलसी नगर, हनुमान नगर, गाँधी नगर, दीक्षा नगर, पार्वती नगर, रेल्वे काॅलोनी, खालबाड़ा, कुन्दरा पारा, मंगल बाजार, ज्योति नगर सहित विभिन्न स्थानों के हजारों परिवारों को इसका लाभ मिल रहा है। साथ ही डी.डी. नगर एवं डंगनिया में जब पीलिया की महामारी से जनता पेरशान थी उस समय नये पाईप लाईन का विस्तारीकरण कर स्वच्छ जल की आपूर्ति की व्यवस्था भी कराई।
विद्युतीकरण के क्षेत्र में-
विकास उपाध्याय ने कहा कि मुख्यमंत्री शहरी विद्युतीकरण योजना के तहत लगभग 06 करोड़ राशि के कार्य हुए जिसमें नए खम्भे लगाना, ट्रांसफार्मर शिफ्ट करना, नये केबल लगाना, हाईटेंशन लाईन को शिफ्ट करना तथा ऐसे प्रभावित परिवार जिनके मकानों के ऊपर से हाईटेंशन लाईन गया था उनको शिफ्ट कराने का कार्य बखूबी किया गया।
न्यास एवं धर्मस्व के क्षेत्र में-
पश्चिम विधानसभा क्षेत्र अन्तर्गत पुराने एवं प्राचीन मंदिरों के जीर्णोद्धार हेतु निरीक्षण कराकर प्रस्ताव तैयार कर कार्य कराने सुनिश्चित किया तथा सभी प्रकार के धार्मिक आयोजन जैसे- पुन्नी मेला, छठ पर्व, प्रकाश पर्व, क्रिसमस, गुरु घासीदास जयंती, कर्मा जयंती, गौरी-गौरा पूजा, गोवर्धन पूजा, नवरात्री पूजा एवं समय-समय पर अलग-अलग जगहों पर सुन्दरकाण्ड पाठ का आयोजन कराया गया।
“विधायक तुँहर दुआर” कार्यक्रम की शुरूआत-
विकास उपाध्याय ने कहा, लगातार दो वर्षों तक अपने विधानसभा के प्रत्येक वार्ड में जनता के सतत् संपर्क में रहा। लेकिन “विधायक तुँहर दुआर” कार्यक्रम के तहत पूरे 20 वार्डों में भ्रमण कर कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ-साथ वार्डवासियों को साथ में लेकर पैदल भ्रमण करते हुए एक-एक समस्या से रूबरू हुए। इस दौरान जनता द्वारा सुझाए सामान्य समस्याओं को मौके पर ही निदान कर 100 से भी ज्यादा मामलों का निपटारा किया। साथ ही भविष्य में इन वार्डों में प्रस्तावित सुविधाओं को लेकर कार्य योजना तैयार की गई।
कोरोना काल में पश्चिम के लोग आगे रहे-
उन्होंने कहा इन बीते दो वर्षों में कोरोना काल का समय सबसे भयावह रहा, जिससे उबरने पश्चिम विधानसभा के मेरे साथी व सहयोगियों ने मजदूरों से लेकर जरूरतमंद लोगों के लिए जो काम किए वह पूरे देश में एक उदाहरण है। देश भर के विभिन्न राज्यों से आए 07 लाख मजदूरों को उनके गन्तव्य तक भेजने महत्वपूर्ण योगदान पश्चिम विधानसभा की सीमा से हुई। इसके लिए वे अपने साथियों के साथ महिनों तक दिन-रात लगे रहे। विकास उपाध्याय ने कहा, इस कार्य से मैंने जो पूण्य अर्जित किया वह 05 वर्ष के कार्यकाल को दो वर्ष में ही पूरा कर दिया। इन मजदूरों की सारी व्यवस्था की जिम्मेदारी मुझ पर थी और इसे मैंने बखूबी निभाया, जो मेरे लिए इन दो वर्ष की सबसे बड़ी उपलब्धि है। विकास ने बताया, उनकी कार्यप्रणाली को देख उद्योग जगत से जुड़े एवं सामाजिक क्षेत्र के लोग मुख्यमंत्री सहायता कोष में उनके माध्यम से ढाई करोड़ से भी ज्यादा की सहायता राशि प्रदान की।
कोरोना मरीजों को उचित व्यवस्था दिलाने में भूमिका–
उन्होंने कहा वे कोरोना काल में सबसे ज्यादा 1500 संक्रमित लोगों को एम्बुलेंस की व्यवस्था कर एम्स और मेकाहारा से लेकर विभिन्न कोविड सेंटरों में सुरक्षित पहुँचाकर उनके ईलाज में मदद की। इनमें हर वर्ग के लोग सम्मिलित रहे। संक्रमित मरीजों की संख्या जब लगातार बढ़ रही थी तब आयुर्वेदिक काॅलेज, साईंस काॅलेज हाॅस्टल तथा अटारी स्थित नवनिर्मित भवन (प्रस्तावित) को कोविड सेंटर बनाया गया ताकि मरीजों को किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो और सुचारू रूप से उनका उपचार हो सके। साथ ही पश्चिम विधानसभा के 50 हजार घरों में लाखों रूपये के मास्क का वितरण मेरे द्वारा किया गया।
नए स्वास्थ्य केन्द्रों की स्थापना-
विकास उपाध्याय ने बताया, समय के साथ स्वास्थ्य सेवाओं की आवश्यकता के अनुरूप पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में तीन स्वास्थ्य केन्द्रों का शुभारंभ कराया, जिसमें डी.डी. नगर, गुढ़ियारी सहित आयुर्वेदिक महाविद्यालय के 50 बिस्तर का अस्पताल संचालित हुआ। इसके साथ ही वे कोरोना काल में तीन फीवर क्लीनिक एवं कोरोना जाँच हेतु कई केन्द्रों को शुरू कराकर अधिक से अधिक जाँच करने गति लाई। उन्होंने बताया हम लोगों की सुविधा के लिए वे साईंस काॅलेज परिसर के दीनदयाल उपाध्याय आॅडिटोरियम में प्रदेश का सबसे बड़ा सुविधाजनक कोविड टेस्टिंग सेंटर आरंभ कराया, जहाँ 17761 लोगों का टेस्ट किया गया जिसमें 9699 एन्टीजेन एवं 6952 लोगों के आरटीपीसीआर टेस्ट किया गया।
क्षेत्र के लोगों के साथ संपर्क-
विकास उपाध्याय ने कहा वे अपने कार्यकाल के इन दो वर्षों में डेढ़ लाख से भी ज्यादा लोगों से व्यक्तिगत तौर पर मुलाकात कर कांग्रेस कार्यकर्ताओं की वार्डों में नियमित बैठकें आयोजित कर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को क्षेत्र में काम करने प्रेरित किया।
राज्य सरकार की योजनाओं को जनता तक पहुँचाने प्रचार-प्रसार-
विकास उपाध्याय ने पत्रकारों को बताया वे इन दो वर्षों में जितना पश्चिम विधानसभा पर ध्यान केंद्रित किया उतना ही वे भूपेश सरकार की योजनाओं को जन-जन तक पहुँचाने कार्य किए। डाॅ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य योजना के संबंध में लोगों को जानकारी देकर 400 से भी ज्यादा लोगों को इस योजना का लाभ दिलाया। मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना का प्रचार-प्रसार कर लगभग 40 लोगों को लाभ दिलाया। संजीवनी सहायता कोष से 60 लोगों को सहायता दिलाई। शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के अंतर्गत संचालित मोबाईल बसों को स्लम बस्तीयों में पहुँचाने का काम कर इस योजना का लाभ लेने लोगों को प्रोत्साहित किया। बिजली बिल में 400 यूनिट तक मिल रही छूट को लेकर जनता के बीच सरकार के प्रति सकारात्मक सोच को लोगों के बीच महसूस किया। साथ ही वे पश्चिम में स्थित गौठान से मिल रही सुविधा व इससे बेरोजगारों को रोजगार का लाभ भी मुहैया कराया गया।