अम्बिकापुर..(सीतापुर/अनिल उपाध्याय).. अवैध उगाही को लेकर विवादों में रहने वाले ग्राम ललितपुर के कोटवार नरेंद्र चौहान को तहसीलदार ने निलंबित कर दिया है. लंबे समय से ग्रामवासी कोटवार के विरुद्ध शिकायत दर्ज कराकर उसके विरुद्ध कार्रवाई और निलंबन की माँग कर रहे थे. लेकिन राजनीति दाँव पेंच की वजह से कोटवार के विरुद्ध अधिकारी कार्रवाई नही कर पा रहे थे. कार्रवाई नही होने से मायूस ग्रामीणों के समर्थन में आए पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष द्वारा धरना प्रदर्शन एवं चक्का जाम करने की बात के बाद प्रशासन ने संज्ञान लिया और कोटवार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया.
गौरतलब है कि ग्राम ललितपुर के कोटवार नरेंद्र चौहान के विरुद्ध ग्रामीणों ने शासकीय भूमि का पट्टा दिलाने, नौकरी लगवाने, वन अधिकार पत्र दिलवाने सहित सड़क निर्माण कराने एवं साईकल एवं सिलाई मशीन दिलाने के नाम पर अवैध वसूली करने का आरोप लगा थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. थाने में शिकायत दर्ज होने के बाद राजनीति दाँव पेच के कारण पुलिस कोटवार के विरुद्ध कार्रवाई करने के बजाए बीच का रास्ता निकालते हुए कोटवार पर दबाव बनाकर वसूली की गई राशि ग्रामीणों को वापस दिलाई थी. लेकिन ग्रामीण इससे संतुष्ट नहीं थे.
ग्रामीण कोटवार के विरुद्ध आपराधिक प्रकरण दर्ज कर, निलंबन की माँग पर अड़े थे. उन्होंने इसके लिए कलेक्टर का भी दरवाजा खटखटाया था. लेकिन कोई कार्रवाई नही हुई थी. कोटवार के विरुद्ध कार्रवाई नही होने से मायूस ग्रामीणों की समस्या सुन उनके सहयोग के लिये आगे आए भाजपा नेता एवं पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष प्रभात खलखो ने भी संबंधित अधिकारियों को ज्ञापन सौंप कार्रवाई की माँग की थी. कार्रवाई नही होने पर उन्होंने ग्रामीणों संग धरना प्रदर्शन एवं चक्का जाम करने की बात कही थी. किंतु तहसीलदार प्रवीण भगत ने चक्काजाम की नौबत आने से पहले ही कोटवार नरेंद्र चौहान को निलंबित कर दिया. तहसीलदार द्वारा कोटवार के विरुद्ध किये गये निलंबन की कार्रवाई के बाद पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष एवं ग्रामीणों ने चक्का जाम स्थगित कर दिया है.