रायपुर
दुधारू पशुओं के प्राथमिक इलाज के लिए छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में अब तक पांच हजार 663 पशुधन मित्र बनाए जा चुके हैं। ये पशुधन मित्र गांवों के ही दसवीं पास स्थानीय युवा हैं, जिन्हें पशुधन विकास विभाग द्वारा छह महीने का प्रशिक्षण देकर पशुधन मित्र बनाया गया है। ऐसे युवक अपने गांव में शुल्क लेकर पशुओं का प्राथमिक उपचार कर सकते हैं।
पशुधन विकास मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में पशु पालकों के व्यापक हित में यह योजना शुरू की गयी है। इससे एक ओर जरूरत पड़ने पर पशुओं के लिए प्राथमिक चिकित्सा की सुविधा उपलब्ध हो जाती है, वहीं दूसरी ओर बेरोजगार युवाओं को रोजगार भी मिलता है। श्री अग्रवाल ने बताया कि योजना के तहत दिसम्बर 2014 तक की स्थिति में पांच हजार 663 युवाओं को पशुधन मित्र बनाया गया है। इनमें से चयनित पशुधन मित्रों को पशुओं के कृत्रिम गर्भाधान का प्रशिक्षण भी दिया गया है। प्रशिक्षण के बाद इन्हें कृत्रिम गर्भाधान के लिए आवश्यक उपकरण और औजार भी प्रदान किए गए हैं।