लखनऊ. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अनुशासनहीनता के आरोपों में संभल के जिला विकास अधिकारी राम सेवक को निलंबित करने का आदेश दिया है. शनिवार को मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी. मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्वीट किया, ‘मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उच्चाधिकारियों के आदेशों की अवहेलना करने, आईजीआरएस अंतर्गत रिपोर्ट प्रेषित न करने और बिना अनुमति जनपद मुख्यालय से बाहर जाने सहित अनुशासनहीनता के विभिन्न आरोपों में जिला विकास अधिकारी (संभल) को निलंबित करने का आदेश दिया है.’
एक बयान के मुताबिक राम सेवक पर उच्चाधिकारियों के आदेशों की अवहेलना करने, आईजीआरएस अंतर्गत रिपोर्ट प्रेषित न करने, अधीनस्थों से अभद्रता करने और अनुमति के बगैर जनपद मुख्यालय से बाहर जाने सहित अनुशासनहीनता और स्वेच्छाचारिता के अनेक आरोप प्रथमदृष्ट्या सिद्ध हुए हैं. जवाब मांगे जाने पर भी आरोपी अधिकारी ने जवाब नहीं दिया. इससे पूर्व की तैनाती के दौरान भी राम सेवक के खिलाफ मनमानी करने के कई मामले सामने आए हैं.
CM श्री @myogiadityanath जी ने उच्चाधिकारियों के आदेशों की अवहेलना करने, IGRS अंतर्गत आख्या प्रेषित न करने, बिना अनुमति जनपद मुख्यालय से बाहर जाने सहित अनुशासनहीनता के विभिन्न आरोपों में जिला विकास अधिकारी, संभल को निलंबित करने का आदेश दिया है।@spgoyal @sanjaychapps1@74_alok pic.twitter.com/Xp34VCf90u
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) November 21, 2020
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे गंभीरता से लेते हुए राम सेवक को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का आदेश दिया है. प्रकरण की गहन जांच के लिए बरेली मंडल के संयुक्त विकास आयुक्त को जांच अधिकारी नामित किया गया है.