बलरामपुर.. वन विभाग के सेमरसोत अभ्यारण्य के दरोगा के घर पर आज एक किसान ने जहर सेवन कर आत्महत्या करने की कोशिश है..जिसे आनन फानन में वन अमले ने जिला अस्पताल पहुँचाया है..जहाँ उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है..वही पीड़ित किसान संजय सिंह के परिजन वन अमले पर पैसे मांगने का आरोप लगाया है..
दरअसल वन विभाग के सेमरसोत अभ्यारण्य के बलरामपुर में गेम रेंज में पदस्थ व्हीके तिवारी के घर ग्राम टंगरमहरी निवासी किसान संजय सिंह ने आज सुबह पहुँच जहर सेवन कर आत्महत्या करने की कोशिश की है..जिसके बाद उसे आनन -फानन में जिला अस्पताल में भर्ती कराया है..जहाँ उसकी हालत स्थिर बनी हुई है..वही किसान संजय सिंह के परिजनों का आरोप है..की कुछ दिन पूर्व अभ्यारण्य क्षेत्र के वन अमले में संजय सिंह के ट्रैक्टर को जप्त किया था..और ट्रैक्टर छोड़ने के एवज में पैसे की मांग कर रहे थे..
बता दे कि संजय सिंह सेमरसोत अभ्यारण्य क्षेत्र के झपरा बीट पर लम्बे समय से खेती करते आ रहा था..जिसके बाद इसी महीने अभ्यारण्य क्षेत्र के वन अमले ने संजय सिंह के ट्रैक्टर को जप्त किया था..और संजय सिंह लगातार परेशान होकर अभ्यारण्य क्षेत्र के दफ्तर का चक्कर लगा रहा था..और आज भी सुबह वह वन विभाग के दरोगा से मिलने गया था..
वही सेमरसोत अभ्यारण्य के अधिकारियों के कहना है..की उन्होंने संजय को जंगल मे खेत बनाने के लिए जुताई करते 2नवम्बर को पकड़ा था..और जिसके बाद प्रकरण बनाकर वरिष्ठ कार्यालय के सुपुर्द कर दिया था..मामले में अभी भी जांच जारी है..लेकिन संजय सिंह के द्वारा उन्हें ट्रैक्टर छोड़ने के लिए दबाव बनाया जा रहा था..
बहरहाल किसान की हालत स्थिर बनी हुई है..और वह खतरे से बाहर है..किसान के परिजन अब भी अपनी ट्रैक्टर छुड़ाने की मांग पर अड़े हुए है..जबकि वन अमला अपनी कार्यवाही को वाजिब बता रहा है..अब सबसे बड़ा सवाल यह है..की वन अमले को संजय सिंह के द्वारा अतिक्रमण किये गए वनभूमि की पहले से जानकारी क्यो नही लगी..और अगर उसे अतिक्रमण करने से अगर पहले रोका गया होता तो यह स्थिति आज निर्मित ही नही होती..