बेंगलुरु। दीवाली पर पटाखा प्रतिबंधित करने वाले राज्यों की सूची में कर्नाटक भी शामिल हो गया है। अब कर्नाटक में कोरोना महामारी के चलते पटाखे जलाने पर पाबंदी लगा दी गई है। मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि जल्द ही इस संबंध में आदेश लागू किया जाएगा। इससे पहले भी कई राज्यों में पटाखे जलाने पर रोक लगी है। देश की राजधानी दिल्ली, मध्य प्रदेश, यूपी सहित कई राज्यों में पटाखे जलाने पर पाबंदी लगाई गई है।
जानकारी के मुताबिक, राज्य के सीएम बीएस येदियुरप्पा ने बताया कि कोरोना वायरस की महामारी के चलते पटाखों पर प्रतिबंध लगाया है। खराब एयर क्वालिटी का लोगों के स्वास्थ्य पर गहरा असर पड़ता है खासतौर पर तब, जब कोरोना वायरस फेफड़ों पर विपरीत प्रभाव डाल रहा है।
विशेषज्ञों का मानना है कि खराब एयर क्वालिटी से उन लोगों को खतरा और बढ़ जाता है जो पहले से ही विभिन्न बीमारियों से पीडि़त है। कोरोना सांस लेने सिस्टम पर गंभीर प्रभाव डालता है।
सीएम येदियुरप्पा ने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा, ‘हमने इस बारे में चर्चा की और इस दीपावली पर पटाखों पर बैन लगाने का फैसला ले रहे हैं। इस पर चर्चा हुआ और आदेश जारी किया जा रहा है। कोरोना वायरस के कारण ऐसा किया जा रहा है।’
इधर, हरियाणा ने भी आंशिक रूप से पटाखों को बैन किया है। इसमें पटाखों को रखने और इसकी आयातित पटाखों की बिक्री को अवैध घोषित कर दिया है। महाराष्ट्र सरकार ने भी लोगों से इस दीपावली में पटाखों नहीं चलाने का आग्रह किया है, हालांकि यहां पटाखा प्रतिबंधित नहीं है।
ओडिशा सरकार ने राज्य में पटाखों की बिक्री और उपयोग पर रोक लगा दी है। सरकार ने कोरोना वायरस महामारी और बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए राज्य में 10-30 नवंबर के बीच पटाखे बेचने पर प्रतिबंध लगाया है। सरकार ने कहा कि महामारी के दौरान पटाखे जलाने से होने वाले धुएं से लोगों को बचाने के लिए यह फैसला लिया गया है।
इस बीच अगर कोई पटाखे बेचता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। ओडिशा से पहले राजस्थान सरकार ने भी दिवाली पर पटाखों की बिक्री और आतिशबाजी पर रोक लगाने का ऐलान किया था। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा था कि कोरोना महामारी के इस चुनौतीपूर्ण समय में प्रदेशवासियों की जीवन की रक्षा सरकार के लिए सर्वोपरि है।