सूरजपुर। जिले की पुलिस ने नशे का कारोबार करने वाले 2 अंतर्राज्जीय गांजा तस्कर को पकड़ा है जिनके कब्जे से 3 किलो 90 ग्राम मादक पदार्थ गांजा जप्त कर धारा 20बी एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला पंजीबद्व कर गिरफ्तार किया है।
शुक्रवार, 06 नवम्बर 2020 को चौकी प्रभारी लटोरी सुनील सिंह को मुखबीर से सूचना मिली कि 2 व्यक्ति उड़ीसा राज्य के सुन्दरगढ़ जिला के रहने वाले है और उड़ीसा से अवैध मादक पदार्थ गांजा लेकर अम्बिकापुर के रास्ते जरही भटगांव की ओर लाल रंग के हीरो स्पेलेण्डर मोटर सायकल में लेकर आने वाले है, जिसकी सूचना से पुलिस अधीक्षक राजेश कुकरेजा को अवगत कराए जाने पर उन्होंने पूर्ण सतर्कता के साथ तत्काल कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर के मार्गदर्शन में चौकी प्रभारी लटोरी दलबल के साथ मुखबीर सूचना की तस्दीकी व कार्यवाही हेतु संभावित स्थान सोनवाही चौक में घेराबंदी लगाया। इसी बीच एक लाल रंग के स्पेलेण्डर प्लस मोटर सायकल क्रमांक ओडी 16 एफ 5793 में 2 व्यक्ति आते दिखे जिन्हें घेराबंदी कर रोकवाया गया। मोटर सायकल में पीछे बैठे हर्षा नाईक पिता पदमन नाई उम्र 45 वर्ष निवासी बीजाडीही, थाना लेफीपड़ा, जिला सुन्दरगढ़ (उड़ीसा) के द्वारा अपने हाथ में रखे पिट्ठू बैग में 2 पैकेट में 2 किलो 60 सौ ग्राम तथा मोटर सायकल चला रहे गणेश बंछोर पिता कान्हू बंछौर उम्र 35 वर्ष निवासी धरवाडीह, थाना लेफीपड़ा, जिला सुदरगढ़ (उड़ीसा) के कब्जे से उसके मोटर सायकल के डिक्की में 1 पैकेट में रखा 1 किलो 30 ग्राम कुल 3 किलो 90 ग्राम मादक पदार्थ गांजा कीमत 36 हजार रूपये का पाए जाने पर जप्त करते हुए अपराध क्रमांक 244/20 धारा 20बी एनडीपीएस एक्ट के तहत् अपराध पंजीबद्व कर दोनों को विधिवत् गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया।
दोनों आरोपियों से पूछताछ में खुलासा हुआ कि दोनों मूलतः उड़ीसा राज्य के निवासी है, उड़ीसा राज्य से पहली बार गांजा लेकर अम्बिकापुर के आसपास के क्षेत्रों में ग्राहक के तलाश करना तथा भविष्य में गांजा तस्करी हेतु सरगुजा, सूरजपुर जिले में नेटवर्क तैयार करने की योजना थी। आरोपियों ने बताया कि यदि इस बार ग्राहक की तलाश कर लेता तो अगली बार अधिक मात्रा में गांजा खपाने हेतु लेकर आता किन्तु पुलिस की सक्रिय सूचना तंत्र के कारण आरोपियों में मंसूबों पर पानी फिर गया।
इस कार्यवाही में चौकी प्रभारी लटोरी सुनील सिंह, प्रधान आरक्षक मनोज पोर्ते, आरक्षक विकास मिश्रा, विजय राजवाड़े, देवदत्त दुबे, शोभनाथ कुशवाहा, नंदकिशोर राजवाड़े, देवकीनंदन खुटिया, सुनील एक्का, प्रभाकर सिंह व भूपेन्द्र सिंह सक्रिय रहे।